नमो, आज होगी पत्रिका, महाराष्ट्र न्यूज़
बॉम्बे हाई कोर्ट ने शनिवार को किंडरगार्टन जिले में किंडरगार्टन की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के बाद बदलापुर में हिंसक विरोध प्रदर्शन का स्वतःस्फूर्त प्रदर्शन किया। केस की आज 22 अगस्त को सुनवाई हुई। इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को स्विटजरलैंड की घटना का जायजा लिया और महाराष्ट्र के अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली।
ईस्टर महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह की घटना पर विस्तृत रिपोर्ट की सुविधा दी गई है। इस बीच महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित अंबेडकर नगर के एक स्कूल में दो नाबालिगों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति की पुलिस की अवधि एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को 26 अगस्त तक बढ़ा दी।
पिछले सप्ताह जिस स्कूल में यह घटना घटी थी, उसमें नामांकन सहायक के रूप में शामिल था। उन्हें रविवार सुबह जिले के कल्याण के बीच पुलिस की कड़ी सुरक्षा में एक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (एमवीई) ने 24 अगस्त को ”महाराष्ट्र बंद” के विरोध में दो नामांकन वाले कथित यौन उत्पीड़न की घटनाओं पर रोक लगा दी है।
महाराष्ट्र शिक्षा विभाग ने बदलावपुर यौन शोषण मामले में रविवार को राज्य के सभी स्कूलों को एक महीने के अंदर शहर में कैमरे लगाने के निर्देश दिए। कल्याण बार एसोसिएशन ने अपने सभी सदस्यों से अपील की है कि परिवर्तनपुर मामले में गिरफ्तार बाबा की ओर से अदालत में पेश न किया जाए।
महाराष्ट्र के प्रमाण पत्र देवेन्द्र शेयरधारकों ने कहा कि वे वरिष्ठ अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल के गठन का आदेश दिया है, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि स्कूल के कार्य की गारंटी नहीं होगी और समानता नहीं होगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (सपा) की नेता सुप्रिया सुले ने अंबेडकरपुर यौन उत्पीड़न मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर घटक दल और छात्रों के आरक्षण की मांग की है। किसी भी व्यक्ति के पास गृह मंत्रालय का भी अधिकार होता है।