महाराष्ट्र

लड़कियों पर हाथ रखने वालों को बनाया जाना चाहिए नपुंसक, बदलापुर रेप केस पर भड़के अजितारे

महाराष्ट्र के दस्तावेज़ और खिलाड़ी प्रमुख अजित पवार ने लड़कियों के यौन उत्पीड़न करने वालों पर बेहद सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘जो लोग भी हमारी लड़कियों पर हाथ रखते हैं, उन्हें कानून का इतना गुस्सा दिखाना चाहिए ताकि वे ऐसा करने के बारे में दूसरी सोच भी न दिखाएं।’ लेखक ने कहा कि अगर भाषा में यह कहा गया है तो मुझे पता है कि उन्हें नपुंसक बनाना चाहिए। तभी वे ऐसा अपराध फिर नहीं करेंगे। इन लोगों के साथ ऐसा ही होना चाहिए, जो तीन हैं रोजगार।

ठाणे जिले के अंबालापुर स्थित स्कूल में एक सफाई कर्मचारी को 4 साल के दो बच्चों के साथ यौन संबंध बनाया गया था। इसे लेकर महाराष्ट्र समेत पूरे देश में शांति का माहौल है। इस घटना के विरोध में मंगलवार को पुणे में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ। हजारों लोगों ने सड़कों और रेल की प्लेटों को ब्लॉक कर दिया। इस दौरान युवाओं और पुलिस के बीच लोकप्रियता भी बढ़ी। कैथोलिक गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) ने 24 अगस्त को पूरे राज्य में यौन उत्पीड़न का विरोध किया था। हालाँकि, बंबई उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को 24 या उससे आगे की किसी भी तारीख पर प्रस्तावित महाराष्ट्र बंद की भर्ती पर रोक लगा दी थी।

पुणे में मॉनसून के प्रदर्शन में शरद पवार शामिल हुए

वहीं, इस मामले में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र राव) के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को भी बदलापुर को बयान दिया। उन्होंने कहा कि अंबेडकरपुर के स्कूल में केजी में पढ़ने वाली 2 फिल्म के यौन उत्पीड़न की घटना से देश में महाराष्ट्र की छवि खराब हुई है। पावर ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह भूल गई है कि महिलाओं की सुरक्षा उसकी जिम्मेदारी है। पुणे के मौन प्रदर्शन में शामिल हुए रैना ने कहा कि अगर सरकार सोचती है कि अंबेडकरपुर की घटना पर राजनीति कर रही है तो वह असंवेदनशील है। पार्टी (सपा) के गठबंधन महाविकास आघाडी (एमवीई) का घटक दल है, जिसमें कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाली पार्टी (यूबीटी) भी शामिल है।

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