क्राइम

इलाज के लिए भारत आई थी विदेशी हसीना, यहां प्रेमियों को लगी थी बीमारी, कुछ यूँ सामने आया असली चेहरा

दिल्ली पुलिस: करीब दो साल पहले एक विदेशी हसीना का इलाज भारत में हुआ था। भारत आने के बाद इस विदेशी हसीना ने अपना इलाज तो नहीं किया, लेकिन भारतीय भारतीयों की नई पीढ़ी को बीमार करना जरूर शुरू कर दिया। फ़्लोरिडा पुलिस की डॉयरेक्टर स्पेशल सेल ने इस विदेशी खूबसूरता के नापाक मंसूबों का स्टॉक कर उसका चेहरा अब बेनकाब कर दिया है। साथ ही, डॉक्यूमेंट्री स्पेशल सेल ने इस विदेशी हसीना को गिरफ्तार कर बंधकों के पीछे भेज दिया था।

प्रोफेशनल पेशेल सेल के वोट अमित कौशिक के अनुसार, फेथ राचेल नाम की विदेशी महिला मूल रूप से नाइजीरिया के लागोस शहर में रहती है। वह 2024 में मेडिकल मास्टर पर भारत आई थी। वज़ीर की कहानी के बावजूद यह विदेशी महिला लागोस वापस नहीं आई। दो वर्षों से वह गैर-सरकारी तरीकों से भारत में न केवल रह रही थी, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय उत्पाद न खनन कार्टेल का हिसासा बन हाई प्रोफाइल उत्पाद में शामिल होने वाले जीवों की कंपनियों में कारखाने का जहर नशीला पदार्थ बनी हुई थी।

हाईप्रोफाइल डॉक्यूमेंट्री की बिजनेस फैक्ट्री थी
वेट फेथ राचेल के पास मेस्किलिन नाम का एक ऐसा साइकोट्रॉपिक सब डिस्टर्बेंस था, जो भारत के लिए बिल्कुल नया था। आकृति, वास्तविक-हरियाणा सहित पूर्वी पूर्वी एशिया में होने वाली पार्टियों में इस कारखाने का समापन बहुत तेजी से बढ़ रहा था। आलम यह था कि यह विदेशी महिला थी और मेस्केलिन नामक फैक्ट्री फिलामा-मसाला में रहने वाली थी, जो कि नशे की पार्टी थी। फेथ राचेल कैंडी, टॉफी और फिश प्रोडक्ट्स में पुराने मेसकेलिन को अपनी थील तक पहुंचाया गया था और इसके टुकड़ों में मोटी रकम वसूली गई थी।

महरौली में हुई थी गिरफ़्तारी
वोट्स अमित कौशिक के, हाईप्रोफाइल पार्टीज में कामी जा रही मेस्केलिन नामक इस फैक्ट्री के निर्माण के बारे में अप्रैल महीने में पता चला था। करीब चार महीने की जद्दोजहद के बाद फेथ राचेल की पहचान की गई और महरौली इलाके में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान अपराधी के पास से एक ट्रॉली बैग भी बरामद हुआ। जिसके अंदर करीब 3.8 किल मेस्किलिन राकी हुई थी। बरामद हुई मेस्किलिन की कीमत करीब 15 करोड़ रुपए आंकी गई है।

सीक्रेट लैबरोटरी में फैक्ट्री की तैयारी शुरू हो गई है
स्ट्रेंथ अमिक कौशिक ने बताया कि मेस्केलिन बेहद शक्तिशाली साइकोट्रॉपिक सब कुछ है। इंटरनेशनल फैक्ट्री कार्टेल ने एक सीक्रेट लैबरोटरी में तैयार किया है। स्कूटर ने बताया कि मेस्केलिन एक पिज्जा साइकेडेलिक है, जिसे पेरू और इक्वाडोर में पाए जाने वाले मैक्सिकन पायरोट कैक्टस और सैन पेड्रो कैक्टस से तैयार किया गया है। पाउडर, टैबलेट, कैप्सूल या लिविड के विशेष रूप से मिलने वाले इस फैक्ट्री को टॉफी और कैडियनों में वृद्धावस्था में दिया जाता था।

पहले प्रकाशित : 23 अगस्त, 2024, 14:42 IST

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