बिहार का यह जिला बनेगा आत्मनिर्भर, इन में चल रहा प्रोजेक्ट-रेशम और अंडे के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा बिहार का यह जिला
दर. एंडी रेशम का नाम तो आपने दक्षिण भारत के कई देशों में जरूर सुना होगा। वहीं अब स्केल डिस्ट्रिक्ट भी एंडी सिल्क का अंडा उत्पादन क्षेत्र में जल्द ही आत्मनिर्भर बनेगा। समकालीन लेकिड्स शुरू हो गया है। तिरहुत प्रमंडल के महाप्रबंधक सह सहायक उद्योग निदेशक रेशम, अभिलाषा भारती ने लोकल 18 को बताया कि ‘यह बेहतर योजना’ है और इसी के तहत जिला एंडी रेशम के नए उत्पाद लेकर आत्मनिर्भर बनेगा।
पहले सुपरमार्केट और सुपरमार्केट से अंडा मंगाया गया था. चार जगहों पर एंडी बीजागार से अंडा उत्पाद होने पर 10 रुपये की जगह पर एक रुपये में 300 रुपये मिलेंगे। साथ ही उन्होंने आगे बताया कि किसानों को कम खर्च में ज्यादा फायदा होगा। बताया गया है कि एक वित्तीय वर्ष में करीब एक लाख अंडे की उपलब्धता होती है।
बता दें कि पहले कुछ समय में अंडी रेशम उत्पाद के लिए अंडे की मांग की बिक्री और बिक्री होती थी। कीमत कीमत 10 रुपये प्रति 300 पीस आती थी. जिले में अंडा उत्पादन शुरू से करीब एक रुपया प्रति 300 पीस अंडा उत्पादन शुरू हो जाएगा। जिससे लाभुकों को काफी बचत होगी। बताया गया है कि वर्तमान में नये सिरे से बीजागार की स्थापना हो रही है।
इसके लिए एक एससी-एसटी और सामान्य लाभुक के लिए आवेदन मांगा गया है। एक बीजागार की कीमत करीब पांच लाख रुपये है। एससी-एसटी को केंद्र सरकार 65 प्रतिशत, राज्य सरकार 25 प्रतिशत अनुदान देती है। जबकि लाभुक को 10 प्रतिशत राशी एसोसिएट होगी। वहीं सामान्य लाभुकों को केंद्र सरकार 50 प्रतिशत, राज्य सरकार 25 प्रतिशत अनुदान देवी। वहीं, लाभुक को 25 प्रतिशत राशि एसोसिएट होगी।
वहीं आपको बता दें कि अगले महीने अंडी बीजागार की स्थापना के चार खंडों में पूरी हो जाएगी। पीडीएफ मुशहरी खंड के भिखनपुर पंचायत स्थित रसोपुर, राघोपुर पंचायत का राघोपुर, मीनापुर खंड के मदारीपुर कर्ण पंचायत के मुख्यालय हरी, मुशहरी राधा कानगर शामिल हैं। इन चारों गाँव में अंडी बाज़ार बनाया गया है। इन अप्लायंसेज पर अंडा प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इससे अंडी रेशम उत्पादकों को काफी फायदा हुआ।
पहले प्रकाशित : 27 अगस्त, 2024, 23:20 IST