मां-बाप ने ही 1 लाख रुपए में बेच दिया 5 दिन का बच्चा, कैसे पकड़ा दिया 6 लोगों को
5 दिन के अपने ही मासूम बच्चे पर दुष्कर्म के आरोप में पुलिस ने उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में कुल 6 लोगों को न्यूजीलैंड भेजा गया है। नागपुर पुलिस का कहना है कि 1.10 लाख रुपए के एक बेटे का बच्चा चोरी हो गया था। ऐंटी-ह्यूमन रसायन स्क्वॉयड के ऑपरेशन के दौरान यह मामला नाममात्र का आया है। पुलिस का कहना है कि बच्चे के साथ छेड़छाड़ के मामले में उसके माता-पिता, माता-पिता के अलावा दो अन्य लोगों को भी पकड़ा गया है। ये दोनों लोग इस डिलर में बिचौलिए की भूमिका में थे। इस मामले की जांच में सामने आया है कि क्रिस्टोफर ने एक ऐसे कपल को बच्चा पैदा किया था, जिसका सिद्धांत कोई संतान नहीं था।
बच्चे को गायब करने वाले दिग्गज का कहना था कि वे कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं चाहते हैं। ऐसे में भागने के लिए उन्होंने सीधे बच्चे का ही एक लाख रुपये में सौदा कर लिया। पुलिस ने इस मामले में बच्चे को चोरी वाले परिवार में शामिल कर लिया है, जिसमें पूछताछ करने वाले को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ़्तार की पहचान सुनील नी दयाराम बॉलरे और उसकी पत्नी श्वेता के तौर पर हुई है। इन दोनों का बच्चा था, जो चिपक गया। इसके अलावा इसके अवशेष वाले कपल का नाम पूर्णिमा शेल्के और पति धर्मदास शेल्के हैं। दोनों परिवार ठाणे जिले के ही बदलापुर में रहने वाले हैं।
इसके अलावा दो मध्यस्थों की पहचान किरण इंगले और उनकी पत्नी आमिर इंगले के रूप में हुई है। पता चला कि बच्चे को चुराने वाले सुनील और श्वेता बॉलरे को बच्चों की चाहत थी। वहीं संतहीन एक बच्चा चाहते थे। ऐसे में दोनों ने डील कर ली। बच्चे को 22 अगस्त को लिखा गया था। शेल्के ने 1.10 लाख रुपये की नकदी दी थी और बच्चे को ले गए थे। दोनों कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं चाहते थे। इस मामले की जानकारी जब पुलिस तक पहुंची तो उसने मानवाधिकार विरोधी टीम को सक्रिय किया। इस मामले में अब नागपुर पुलिस ने जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 75 और 81 के तहत मामला दर्ज किया है।