महाराष्ट्र

कांग्रेस झकझोरें तो तैयार नहीं, उठो मन नहीं रहे; महाराष्ट्र में एमवीए में सीट शेयरिंग पर तकरार

कई दौर की बैठकों के बावजूद महाविकास आघाड़ी (एमवीई) में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही है। सिद्धांत में सीट की संख्या के साथ ही इन पर अध्ययन को लेकर विवाद है। वहीं, कई ऐसे भी हैं, जिन पर कांग्रेस, बीजेपी और गर्लफ्रेंड (सपा) के तीरंदाजों की नियुक्ति है। आपको बता दें कि सीट गठबंधन को लेकर महाविकास अघाड़ी के घटक दलों के बीच एक महीने में चार बैठकें हो चुकी हैं। अभी तक मुंबई की तीन फ़्रिज़ांक्शन पर सहमति नहीं बनी है।

कांग्रेस और गर्ल्स (एसपी) ने इसे खारिज कर दिया है।

प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि कॉन्स्टेंट पार्टी (यूबीटी) मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने का दबाव बना रही है। लगभग हर बैठक में यह गोदाम है। सीट पर उद्यम समिति के पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने का अधिकार नहीं है। इस बारे में अंतिम निर्णय कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व चाहते हैं। लोकसभा चुनाव की तरह की पार्टी (यूबीटी) विधानसभा में भी अधिक नामांकन पर नामांकन कर रही है। कांग्रेस के चुनावी नतीजों पर पैमाना सीट बंटवारा चाहती है। लोकसभा में कांग्रेस 17 से 13 सीटों पर सफल रही थी।

कांग्रेस को झुकाने को राजी नहीं

2019 में बीजेपी का गठबंधन था। उस वक्त विपक्ष ने 124 प्राइमरी चुनावी सभाओं में 56 पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने 150वीं बार चुनाव लड़ा था। पर अब डेमोक्रेटिक पार्टी की दो कंपनियां हो गई हैं। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस पार्टी (यूबीटी) को अपनी मांग के अनुसार कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार नहीं किया गया है। इस कारण चार दौर की बैठकों में सहमति नहीं बन पाई।

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