महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता जितेश अंतापुरकर ने पार्टी छोड़ी, थमेंगे बीजेपी का दामन? क्रॉस वोटिंग का संदेह है

विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका लगा है। यहां कांग्रेस नेता जितेश अंतापुरकर ने इस्तीफा दे दिया है। वह आज बीजेपी का दमन कर सकते हैं। जितेश नांदेड़ जिले की देगलूर विधानसभा सीट से विधायक थे। अंतापुरकर को पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के समाजवादी नेता अशोक चव्हाण का प्रबल समर्थक माना जाता है। अशोक चौहान के बीजेपी में एंट्री लेने के बाद ही इस बात की निराशा जा रही थी। इसके अलावा यह भी खतरा है कि वे मिस्री चुनाव और वर्जीनिया चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी। कांग्रेस के कुछ मशहूर हस्तियों ने किया ऐसा. गुप्त मतदान के प्रत्येक व्यक्ति का नाम शामिल नहीं किया गया था, लेकिन अलाकमान को अंतापुरकर पर शक था।

जितेश अंतापुरकर और हीरामन खोसकर ने कुछ दिन पहले सह्याद्री गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। उस समय जितेश अंतापुरकर ने कांग्रेस मुक्ति की अफवाहों को खारिज कर दिया था। अंतापुरकर ने दावा किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ट्रैक्टर क्षेत्र में किसानों की समस्याओं पर चर्चा की थी। क्रॉस वोटिंग को लेकर कांग्रेस ने अंतापुरकर पर सीधी कार्रवाई तो नहीं की, लेकिन उनकी निंदा बैठक वाली थी। बताया जाता है कि सजा के तौर पर कांग्रेस ने असमंजस की अगली विधानसभा चुनाव में टिकट न देने की योजना बनाई थी। इस सूची में जितेश अंतापुरकर का भी नाम शामिल था।

जितेश अंतापुरकर रावसाहब अंतापुरकर के बेटे हैं। रावसाहब ने साल 2019 में विधायक चुनाव जीता था। लेकिन COVID-2021 के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद केरल में उनके बेटे जितेश ने जीत हासिल की। पार्टी कांग्रेस के प्राथमिक अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि सिद्धांत गलियारों में इस बात की चर्चा काफी पहले से थी। कहा जा रहा है कि जितेश अंतापुरकर भी किसी भी वक्त वॉक पार्टी को ठीक करके इसमें शामिल हो सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *