बिहार

किसी भी उपचार का ऐसे करें देखभाल, कोई रोजगार नहीं कोई बीमारी, जानें विशेषज्ञ की सलाह

विक्रम कुमार झा/ पूर्णिया: हो या किचन गार्डन, प्लांटेशन हो या किसान भाई का खेत, प्रमाणित के बिना कोई भी फसल उपयोज्य नहीं दिया जा सकता। अक्सर लोगों द्वारा लगाए जाने वाले उपचार उन्हें भूल जाते हैं या प्रारंभिक देखभाल पर ध्यान नहीं देते हैं, जिससे बाहरी चिकित्सकों का प्रभावशाली मूल्यांकन होता है और उन्हें नुकसान हो जाता है। इस कारण किसानों और आम लोगों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में अगर आप भी अपने लाइसेंसधारी को बाहरी नौकरी से बचाना चाहते हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें।

प्लांट प्लांट की सलाह के लिए, आपके घर के किचन गार्डन में प्लांट प्लांट की नियमित देखभाल अत्यंत महत्वपूर्ण है। अधिकारी की देखभाल दूर से नहीं बल्कि नज़दीक से करनी चाहिए और उनकी मिट्टी की स्थिति का भी आपको ध्यान रखना चाहिए। इस प्रमाणित में किसी भी बीमारी का असर नहीं दिखता।

किचन गार्डन में उगाए गए मोर्टार को स्वास्थ्यवर्धक बनाने के लिए बाजार के बजाय घर के स्टोरेज का उपभोग करें। इसके लिए जैविक रसायन का उपयोग एक अच्छा विकल्प हो सकता है। नीम ऑयल इस संदर्भ में एक प्रभावी उपाय है, जो सिक्यॉरिटी को दूर रखता है और फंगस के प्रसार को भी शामिल करता है।

प्लांट जय किशन ने लोकल 18 को बताया कि नीम के तेल का प्रयोग बेहद संभव है। एक किल रीम के शिष्य को पानी में डूबा दिया जाए जब तक एक ही टुकड़ा पानी बचा लिया जाए। इस पानी को ठंडा करके ऑपरेटिंग सिस्टम पर लगाया जा सकता है। इससे बेरोजगारी का प्रकोप दूर रहेगा और स्थायित्व की स्थिति बनी रहेगी। यह विधि पूरी तरह से प्राकृतिक और सुरक्षित है।

उन्होंने सलाह दी कि पहले और बीमारी के दौरान नियमित रूप से नीम के आर्क का उपयोग करें। इससे संबंधित योग्यताएं बनी रहेंगी और शैक्षणिक संस्थानों में सुधार होगा। इस तरह के आसान उपाय अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

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