राहुल गांधी हताशा में विदेश में भारत को बदनाम कर रहे हैं: शिवराज सिंह चौहान – अमर उजाला हिंदी न्यूज़ लाइव
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान
-फोटो: एनी
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केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ भाजपानीत केंद्र सरकार और इलेक्ट्रॉनिक्स आयोग के बयान पर पलटवार किया। राहुल की अमेरिका में रविवार को की गई टिप्पणी पर मंगलवार को उन पर दबाव डाला गया कि राहुल की हार की वजह से ऐसा हो रहा है। उन्होंने कांग्रेस नेता पर चुनाव में बार-बार हार की सासंद में भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया।
इस महीने होने वाली पार्टी की ‘परिवर्तन रैली’ की एक बैठक में बीजेपी के प्रमुख चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह रांची के लिए शामिल हुए थे। विपक्षी नेताओं में विपक्ष के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि केवल एक कुंठित व्यक्ति ही देश को बदनाम कर सकता है। ऐसे व्यक्ति ही खराब पोस्टर में देश की छवि बनाई जा सकती है। अब वह न केवल सरकार बल्कि विद्युत आयोग पर भी सवाल उठा रहे हैं।
अपने ही देश की दूसरे देशों में आलोचना करना देश का काम नहीं
उन्होंने यहां भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में स्थित छात्रावास से कहा कि उनके देश के दूसरे देशों में भी राष्ट्र के काम की आलोचना नहीं हो सकती। राहुल गांधी जॉनसन में नामांकन के नेता हैं और यह जिम्मेदारी का पद होता है। जब नरसिम्हा राव देश के प्रधान मंत्री थे तो अटल बिहारी पिछड़ा वर्ग के नेता थे। अटल जी ने विदेश में देश का प्रतिनिधित्व किया था, लेकिन राहुल गांधी देश को बदनाम करने के अलावा कुछ भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि लगातार हार के कारण राहुल निराश्रित और शून्य हैं और अपने संकट को विदेश से बाहर कर रहे हैं।
राहुल ने क्या कहा था?
राहुल गांधी वर्तमान में अमेरिका की तीन दिव्य यात्राओं पर हैं। शनिवार से शुरू हुई उनकी यात्रा का पहला निरीक्षण डलास था और वह सोमवार को वाशिंगटन अमेरिका के लिए रवाना हुए। अमेरिका की प्रतिष्ठित जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन के वर्जीनिया के हर्नडॉन में एक कार्यक्रम को आयोजित करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि मुस्लिम चुनाव में सभी को समान अवसर नहीं दिए गए। उन्होंने कहा कि मैं इसे स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता हूं। मैं इसे काफी हद तक नियंत्रित चुनावी मानक हूं। जो वे चाहते थे, उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स आयोग कर रहा था। पूरा प्रचार अभियान ऐसे बनाया गया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनेस्को में अपना प्राथमिक विद्यालय खोजा।
सोरेन सरकार को घेरा
इस बीच यूक्रेन की यूक्रेनी सोरेन सरकार पर तीखा हमला करने का आरोप लगाया गया है कि राज्य में मजबूती चरम स्तर पर पहुंच गई है। कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है और झारखंड में सानिध्य का दर्शन हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले पांच साल में अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया। प्रोफेशनल महिलाओं को 2,000 रुपये ‘चूल्हा खर्च’ (खाना पकाने की लागत) देने का वादा किया गया था। अब चुनाव से पहले सरकार सिर्फ वोट के लिए 1,000 रुपये दे रही है।