क्राइम

‘मैं नामकरण’ के लिए लगाया गया आधी दुनिया का चाक, पानी की तरह बहा डाला करोड़ों रुपए, फाइनल हुआ ऐसा हश्र, सब रह गए एस साक्षात्कार

हवाई अड्डा समाचार: ‘एम साइनाट’ के लिए एक शख़्स ने न केवल आधी दुनिया का चार्टर लगाया, बल्कि करोड़ों रुपये पानी की तरफ डाला, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी। अपने परिचय के लिए यह जरूरी है कि हर बार एक नए देश का रुख अपनाया जाए, लेकिन हर बार हाथ ही नुकसान होता है। पिछली बार जब वह कजाकिस्तान के अल्माटी से वापस इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरे, तो उनके हाथ की चोट के बाद यह झटका लगा, तब उनका एक ऐसा सच सामने आया, जिसने उनके सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया। अब इस लेख का हश्र देखकर हर कोई सोखता है।

असल में, यह मामला पंजाब के तरनतारन शहर में रहने वाले गुरप्रीत सिंह का है। गुरप्रीत की मां ने कहा था कि वह किसी तरह अमेरिका पहुंच जाए। अपनी इस मन्नत को पूरा करने के लिए अपने गांव में रहने वाले सुल्तान रामनाथ सिंह का नाम एक शख्य नामकरण से मिला। सुलतान सिंह ने 50 लाख रुपये के नोटों में गुरप्रीत को अपने बेटे के नाम पर पूरा करने का भरोसा दिया। भरोसेमंद मुलाकात के बाद गुरप्रीत ने 10 लाख रुपये के स्टार्टअप पेशगी सुल खानदान सिंह को नीचे लिखा। बाकी की नोबेल अमेरिका पहुँच के बाद जानकारी की बात तय हुई। रुपए मिलने के बाद सुल टिकटन ने कतर का सरदार और टिकट गुरप्रीत को तेरहवीं दी।

पासपोर्ट पर ब्राज़ील का फ़र्ज़ी मास्टर
जांच में यह बात सामने आई है कि कतर की पहुंच के बाद सुल पासपोर्टन के एक दोस्त ने अपने पासपोर्ट पर ब्राजील का फ़ायर मिर्ज़ा दिया और पासपोर्ट के कुछ पन्ने पेश किए। इस वजह से कतर एयरपोर्ट से उसे आगे जाने की इजाजत नहीं दी गई और उसे भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया। पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि गुरप्रीत सिंह पहले भी चार बार अलग-अलग रास्तों से अमेरिका जाने की कोशिश कर चुका है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी कर सुलेमान की तलाश शुरू कर दी। कुछ ही दिनों में सुल सुल्तान को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया गया।

नागालैंड से गिरफ़्तार हुआ केस का माँ मदरसा माइंड
आईजीआई एयरपोर्ट की शौक़ीन उषा रंगनानी के, सलमान खान से पूछताछ में पता चला कि ये ग़रीब सरदार सतीजीत सिंह के ज़रिए हासिल किए गए थे। वहीं, जब तक पुलिस प्रमुखजीत सिंह का चयन हुआ, इससे पहले वह दिवालिया हो गया था। करीब पांच महीने की लंबी किश्त के बाद आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को शहीदजीत सिंह केबसे का पता चल गया। जिसके बाद उसे पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार कर लिया गया। सहाजीत सिंह ने पूछताछ में बताया कि इस काम में उन्हें 4 लाख रुपये मिले थे। पिछली बार, साठजीत सिंह ने ही गुरप्रीत को अलमाती के फ़ायर मीर अरेंजमेंट के लिए बुलाया था, जिसके बाद उनका पोल फ्रैंक सामने आया था।

पहले प्रकाशित : 12 सितंबर, 2024, 17:09 IST

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