बिहार के इस जिले में सबसे बड़ी आग को देखने के लिए यहां देखें वीडियो
दर: आग लगने की जगह पर फायर ब्रिगेड की खोदाई घटना वाली जगह पर आग लगने की घटनाएँ भड़की हुई हैं। हालाँकि, कई बार आग्नेयास्त्रों वाली जगह मौजूद होती है या काफी बड़ी होती है, तो उस पर अमल करना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में फायर ब्रिगेड अब खुद को सिद्धांत देने में लगा है, जिससे कि सोलर प्लांट से लेकर लेवल बिल्डिंग तक में आग लगने वाली आग को आसानी से पूरा किया जा सके। इस बीच ड्रग को भी एक बड़ी राहत मिल रही है। जिले में तीन फोन क्रेश टेंडर गाड़ियां दी गई हैं। इससे पेट्रोल पंप, गैस सिलेंडर, सिलेंडर और रिलैक्सी प्लांट में लगने वाली आग पर पेट्रोलियम पाना आसान होगा। इस जिले के कार्मिक विभाग के इंजीनियरों को आग लगाने के लिए बहुत कुछ नहीं चाहिए और ज्यादा नुकसान होने से पहले ही आग पर आग लगाने में सफलता मिल जाती है।
इस वाहन के बारे में जानकारी में बताया गया है कि जिला ट्रेलर विभाग के अधिकारी विनय कुमार सिंह ने लोकल 18 को बताया है कि अब रेलवे ट्रेलर विभाग नए वाहनों से मिलने के लिए यहां आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस टीम को अब रिव्यू ऑपरेशन में बहुत मदद मिलेगी। इसकी मदद से अब अंधेरे में भी आग उगलने में आसानी होगी। क्रेश गाड़ियों में लगी हेलोजन लाइट से उद्घाटन में अंधेरे में काम करने में मदद मिली।
अब नहीं होगी फायर की कमी
उन्होंने इसमें अंकित अभिलेख में कहा है कि पांच-पांच हजार लीटर की क्षमता वाले दो वाटर टायर वाहनों के भी विभाग दिये गये हैं। इतना ही नहीं बल्कि 16 फायर मिस्ट टेक्नोलॉजी की भी खुदाई की गई है। अब जिलों में शहरी क्षेत्र के एक साथ कई स्थानों पर आग लगने की घटना होने पर फ़ायर की कमी नहीं होगी। आपको बता दें कि एक 12 हजार लीटर क्षमता वाला वॉटर बाउजर और एक पांच हजार लीटर क्षमता वाला वॉटर क्रेश टेंडर वाहन मौजूद है। अब जल्द ही जिले को फायर इंस्टीट्यूशनल वाहन से भी किराये का विभाग ले जाया जाएगा। इसकी तैयारी भी शुरू हो गयी है.
पहले प्रकाशित : 21 सितंबर, 2024, 20:47 IST