चौथे पर कमेंट्री और हाथ में बांध एग्ज़ाम कलेक्शन आई ईस्टर, देखते ही भड़की टीचर, सुना डाला ऐसा सामान
आजकल ज्यादातर स्कूल-कॉलेजों में एग्जॉम का सीजन चल रहा है। विद्यार्थी दिवस रात्रि अध्ययन कर परीक्षा पास करने में बने हुए हैं। जहां एक तरफ छात्र- तीखा पढ़ाई करते हैं, वहीं दूसरी तरफ भगवान से भी पास करने की – तीखा पढ़ाई करते हैं। कई विद्वान भगवानों पर विश्वास कर पूजा-पाठ के बाद विचारधारा के अनुयायी आते हैं। यूपी के एकेजी इंटर कॉलेज में एक कैलेंडर भी पूजा-पाठ के बाद जब परीक्षा दी गई तो उसके टीचर ने अनोखा खुलासा किया।
फैजाबाद के देहात क्षेत्र के एकेजी इंटर कॉलेज से ये मामला सामने आया है। यहां एक आर्किटेक्चरल आर्किटेक्चर पर तिलक और हाथ में कलावा का मिश्रण पेश किया गया था। लेकिन उसके कारीगर ने कलाकारों से तिलक और हाथ से कलावा का आक्षेप सुना दिया। मामले के सामने आने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने कॉलेज स्कॉलरशिप के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। मामले में स्कूली बच्चों के साथ ही उनके खिलाफ भी एक्शन की बात सामने आई है.
एक-एक उदाहरण
मामला जलालपुर धाना गांव का है। यहां इंटर कॉलेज के नौवीं कक्षा की ईस्टर खुशी एग्जॉम से पहले पूजा की गई थी। उनके आर्किटेक्चर पर तिलक लगा था और हाथ में कलावा बंधा हुआ था। एक बार स्कूल की टीचर आरती ने ग्यान खुशी को दोस्ती से तिलक और हाथ से कलावा को कहा था। साथ ही कहा कि पढ़ाई उसे ध्यान देने की सलाह देती है। तिलक निवेश से कोई एग्जॉम पास नहीं कर पाया। इसके बाद टीचर ने स्कूल में किसी को भी तिलक लगा कर ना आने और कलावा ना बांधने का स्मारक तोड़ दिया।
धार्मिक हुई धार्मिक नौकरियाँ
खुशी ने घर पर इस बात की जानकारी अपने माता-पिता को दी। मामले को लेकर खुशी के पिता ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि इस मुकदमे में उनकी बेटी के प्रति धार्मिक भावना पैदा हुई है। साथ ही उन्हें मानसिक परेशानी हुई है। खुशी के पिता की याचिका के आधार पर जिला विद्यालय निरीक्षक विष्णु प्रताप सिंह ने तत्काल कार्रवाई की और गरीब आवेदकों पर कार्यवाई का आदेश दे दिया। साथ ही साफ कहा है कि इस मामले में किसी तरह की कोई कोताही नहीं होगी।
पहले प्रकाशित : 27 सितंबर, 2024, 17:11 IST