कोलकाता केस में अब पूर्व पुलिस आयुक्त अविनाश गोयल पर भी ट्वीट, क्या था गुनाह
कोलकता हाई कोर्ट ने कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर अविनाश गोयल के खिलाफ दर्ज मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख तय कर दी है। शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवज्ञानम और नेशनल विभास पट्टनायक की डिवीजन बेंच ने बताया कि इस मामले की सुनवाई अब सोमवार को होगी। कोर्ट ने राज्य के शौकीन निर्देशों को दिया है कि पहले वह संबंधित सितारों को नोटिस जारी करें।
विश्वनाथ गोयल पर आरोप है कि उन्होंने हॉस्पिटल में रेप-मर्डर मामले की संदिग्ध ट्रेनी डॉक्टर के नाम का खुलासा कर दिया था। यह मामला उस समय उठाया गया था जब वकील अनामिका पेंडेस ने हाई कोर्ट में गोयल के खिलाफ उनके बिल्डर डॉयरेक्टर की मांग के खिलाफ याचिका दायर की थी।
इससे पहले की सुनवाई में हाई कोर्ट ने कहा था कि आरजी कर अस्पताल से संबंधित मुख्य मामला सुप्रीम कोर्ट में है, और यह बात सुप्रीम कोर्ट में ही रहनी चाहिए। उस समय मुख्य न्यायाधीश शिवज्ञानम और ग्रान्ट हिरण्मय भट्टाचार्य की पीठ ने यह भी कहा था कि उच्च न्यायालय इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा, बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को नजरंदाज करेगा।
इस सप्ताह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर अस्पताल में हुई घटना से संबंधित मामले की सुनवाई हुई है, जिसमें आरोप था कि अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की गई थी। शुक्रवार को इस संदर्भ में जीवित अनामिका पैजेस के वकील महेश भूटानी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में यह तर्क दिया कि सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया है, इसलिए उच्च न्यायालय के लिए इस मामले की सुनवाई में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए ।। महेश बाबूलालानी ने अदालत से आग्रह किया कि इस मामले की जल्द सुनवाई हो। इसके जवाब में मुख्य न्यायाधीश शिवज्ञानम ने कहा कि अदालत इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह करेगी।
उल्लेखनीय है कि रिवायत गोयल के खिलाफ मामले में सबसे पहले पुतिन ने तर्क दिया था कि इस मामले को एक पुलिस अधिकारी के रूप में सर्वोच्च न्यायालय में भेजा जाएगा, वह भी इतने मजबूत पद पर बने हुए थे, कैसे कट्टर का नाम सार्वजनिक कर सकते हैं। वहीं गोयल के वकील ने तर्क देते हुए कहा कि विश्वनाथ गोयल को सबसे पहले ही कोर्ट में पेश किया गया था और आरजी कर हॉस्पिटल से जुड़े केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है इसलिए इस केस का अब कोई महत्व नहीं रह गया है।