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त्वचा में निखार और खून में वलवला ले आते है इस रसीले फल के बीज, अगली बार से कतई नहीं फेकिएगा, बीपी को भी कर देगा कंट्रोल

अंगूर के बीज के स्वास्थ्य लाभ: वैसे तो बाजार में अब ऐसे रसीले अंगूर आते हैं जिनमें बीज मुश्किल से ही होते हैं लेकिन अगर होते भी हैं तो उसे हम आसानी से बाहर कर देते हैं. अगर अगली बार अंगूर में बीज आ जाए तो इसे फेके नहीं बल्कि खा जाए. अंगूर के बीज के अद्भुत फायदे हैं. इसी कारण अब अंगूर के बीज से तैयार दवाइयां और तेल आने लगे हैं. अंगूर के बीज में फ्लावोनॉयड्स और रेसवेराट्रोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में होने वाली सूजन को कम करते हैं और हार्ट को हेल्दी रखते हैं. अंगूर के बीज बीपी को नियंत्रित करने, कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सुधारने और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करते है. साथ ही यह स्किन के लिए भी लाभकारी हैं, क्योंकि इनके एंटीएजिंग गुण त्वचा को जवां बनाए रखते हैं. अंगूर के बीज में मौजूद पोषक तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करते हैं.

अंगूर के बीज के फायदे

1. ब्लड फ्लो को बढ़ाता है-हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक अंगूर के बीज शरीर में ब्लड फ्लो को बढ़ा देता है. ब्लड फ्लो के बढ़ने से शरीर के अंग-अंग में खून, ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं. यह हमारे लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे खून की नलियों में ब्लॉकेज नहीं होता है जिसके कारण हार्ट की हेल्थ मजबूत होती है. वहीं नसों में ताकत आती है. स्टडी में जब चूहों को 400 मिलीग्राम का डोज दिया गया तो उसमें ब्लड फ्लो तेजी से बढ़ गया.

2. स्किन को जवां बनता-अंगूर के बीज में स्किन को जवां करने की क्षमता होती है. अंगूर के बीज में फ्लेवेनोएड होते हैं जो कोलेजन के सिंथेसिस को तेज करता है. कोलेजन स्किन के नीचे गुदेदार पदार्थ है जो स्किन को मुलायम बनाता है. जब यह कोलेजन उम्र के साथ-साथ कम होने लगता है तब स्किन पर झुर्रियां आने लगती है.

3. दिमाग तेज करता-अंगूर के बीज से दिमाग की क्षमता उम्र के साथ जो कमजोर होती है, वह धीमा हो जाता है. अंगूर के बीज में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है जो दिमाग की कोशिकाओं में इंफ्लामेशन यानी सूजन नहीं होने देता है. इससे अल्जाइमर या डिमेंशिया का जोखिम भी कम हो जाता है.

4. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करता- अंगूर के बीज में फेनोलिक एसिड, फ्लेवेनोएड, एंथोसाइनिन जैसे कंपलेक्स कंपाउड होते हैं जो कोशिकाओं में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण फ्री रेडिकल्स बनते हैं जिसके कारण कई तरह की क्रोनिक बीमारियां होती है. यही कारण है अंगूर के बीज बीपी, हार्ट डिजीज, डायबिटीज आदि का जोखिम कम करता है.

5. बीपी कंट्रोल करता- अंगूर के बीज में बीपी कंट्रोल करने की क्षमता होती है. स्टडी में अंगूर के बीज का सेवन कराया गया तो आश्चर्यजनक रूप से बीपी कंट्रोल हो गया. इससे मेटाबोलिक डिसॉर्डर से संबंधित बीमारियों में भी बहुत फायदा मिला.

6.किडनी फंक्शन –अंगूर के बीज किडनी को डिटॉक्सिफाई करने की क्षमता होती है. अंगूर में बीज में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है जो इससे किडनी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है. अंगूर के बीज से यूरेनरी फंक्शन भी बूस्ट होता है.

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