कमाल है..! शानदार नौकरी, लाखों का पैकेज, फिर भी सड़कों पर दौड़ाता है ऑटो, जानिए क्या है इस शख्स की मजबूरी
Loneliness Effects On Health: शानदार नौकरी, लाखों में पैकेज, भरापूरा दफ्तर… फिर भी काम के बाद ऑटो चलाना. सुनकर चौंक गए ना. जी हां, ये दास्तां है माइक्रोसॉफ्ट में इंजीनियर वेंक्टेश गुप्ता की. इन दिनों ये वेंक्टेश आपको बेंग्लुरू की सड़कों पर ऑटो चलाते दिख जाएंगे. अन्य ऑटो चालकों की तरह सवारियों को लेकर उनको गंतव्य छोड़ रहे हैं. ये काम वे अपने साप्ताहिक अवकाश में करते हैं. लेकिन, जानते हैं क्यों? सिर्फ और सिर्फ अकेलापन.
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट बताती है कि, दुनियाभर में एक बड़ी संख्या में लोग तन्हाई का शिकार हैं. यहां तक कि 10 प्रतिशत किशोर उम्र के बच्चे और 25 प्रतिशत अन्य लोग भी अकेलेपन की गिरफ्त में हैं. एक्सपर्ट की मानें तो अकेलापन महसूस करने वालों के शरीर को 15 सिगरेट पीने के बराबर नुकसान होता है. इसके अलावा, अकेलेपन से हार्ट अटैक से लेकर मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर तक का खतरा जोखिम बढ़ सकता है.
कोरमंगला में माइक्रोसॉफ्ट के एक 35 वर्षीय स्टाफ सॉफ्टवेयर इंजीनियर से मुलाकात हुई जो सप्ताहांत में अकेलेपन से निपटने के लिए नम्मा यात्री की गाड़ी चलाता है pic.twitter.com/yesKDM9v2j
— वेंकटेश गुप्ता (@venkyHQ) 21 जुलाई, 2024