विष्णुपद मंदिर प्रबंधनकारिणी के सदस्य मणि लाल बारिक ने कहा कि कोरिडोर बन जाने से देश-विदेश से आने वाले लाखों तीर्थ यात्रियों को सुविधा मिलेगी। विष्णुपद मंदिर के आसपास की सड़कों और गलियों का चौड़ीकरण हो जाएगा, इससे स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2024-2025 का आम बजट मंगलवार को पेश किया। इसमें गया शहर के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधि मंदिर को बनारस के विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर कॉरिडोर बनाने की घोषणा से स्थानीय लोगों के साथ-साथ गयापाल पंडों में खुशी की लहर देखी जा रही है।
इसे लेकर विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने कहा कि बहुत दिनों से कॉरिडोर बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा था। गृह मंत्री और वित्त मंत्री से मिलकर आग्रह किया गया था। साथ ही ज्ञापन भी दिया गया था। आज शुभ दिन है। हमारी वित्त मंत्री गया को अपने बजट में लाईं और विष्णुपद मंदिर में कॉरिडोर बनाने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि पार्किंग की समस्या बनी रहती है। स्थानीय लोगों को भी दिक्कत होती है और यात्रियों को भी होती है। विष्णुपद मंदिर में कॉरिडोर बनने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा। कॉरिडोर बनने से कई समस्या का भी समाधान हो जाएगा। ‘वर्षों का प्रयास आज हुआ सफल’विष्णुपद मंदिर प्रबंधनकारिणी के सदस्य मणि लाल बारिक ने कहा कि कोरिडोर बन जाने से देश-विदेश से आने वाले लाखों तीर्थ यात्रियों को सुविधा मिलेगी। विष्णुपद मंदिर के आसपास की सड़कों और गलियों का चौड़ीकरण हो जाएगा। प्रतिदिन हजारों तीर्थ यात्री गयाजी आते हैं। स्थानीय लोगों के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। काफी दिनों का प्रयास सफल रहा। गया के सांसद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का प्रयास सफल रहा। उन्होंने जो वादा किया था, वह पूरा किया। इसलिए सांसद जी बधाई के पात्र हैं।
पर्यटन उद्योग को मिलेगा बढ़ावा’
बोधगया के होटल एसोसिएशन के सदस्य जय सिंह ने कहा कि महाबोधि मंदिर में कॉरिडोर के निर्माण से पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। बोधगया में ड्रेनेज समेत कई समस्या है। कॉरिडोर के निर्माण से इन सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी। कॉरिडोर बनने से आस पास के इलाके को भी विकसित किया जाएगा।
वहीं, टूरिस्ट गाइड के अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि विदेशी पर्यटकों का ठहराव नहीं होता है। महाबोधि दर्शन के बाद सीधा वाराणसी चले जाते हैं, जिससे पर्यटन उद्योग पर असर पड़ता है। अब कॉरिडोर के निर्माण हो जाने के बाद पर्यटकों की सुविधा बढ़ेगी, जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसाय और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ-साथ वैशाली तक एक्सप्रेस वे का निर्माण होने से बुद्धिस्ट सर्किट से सीधा संपर्क बढ़ने से पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। बोधगया बौद्ध धम्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। आए दिन म्यांमार, थाईलैंड, जापान, अमेरिका और श्रीलंका समेत दर्जनों देशों के बौद्ध श्रद्धालु और बौद्ध भिक्षु यहां आते हैं।
वहीं, विष्णुपद मंदिर हिंदू सनातन धर्मावलंबियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। जहां देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से भी हिंदू सनातन धर्मावलंबी यहां आकर अपने पितरों के उद्धार के लिए पिंडदान और तर्पण कर्मकांडों को पूरा करते हैं।