अजित पवार गुट के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा: जयत पाटिल एनसीपी समाचार
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महाराष्ट्र में अंतिम अजित दावे की कठिनाइयाँ बढ़ने के आसार हैं। एक ओर उनकी सलाह वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता चर्चा कर रहे हैं। वहीं, अब चाचा शरद के करीबी और वरिष्ठ नेताओं ने साफ कर दिया है कि अजित के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। पिछले महीने घोषणा की गई थी कि आम चुनाव के नतीजों में दोस्तों का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) के नेता जयन्त पाटिल ने गुरुवार को कहा कि अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है। यहां पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी हाल के है चुनाव जनता में मजबूत समर्थन मिला, जिसके कारण महा विकास अघाड़ी के तहत उन्होंने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से आठ पर जीत मिली।
अजित राइटर की राकांपा केवल रायगढ़ से ही जीत पाई, जबकि बारामती और शिरूर में वह प्रतिष्ठा की लड़ाई हार गई। पाटिल ने कहा, ‘राकांपा दो आश्रम में बंटा हुआ है। दोनों के अपने-अपने चुनावी चिह्न हैं। दोनों के बीच गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है।’
विधानसभा चुनाव से पहले छिटके नेता
हाल ही में पिंपरी चिंचवाड़ के किशोर प्रमुख अजीत गव्हाणे ने पार्टी से छुट्टी दे दी थी। उनके आउटलेट रिटेल विंग के प्रमुख यश साने, पूर्व अध्यक्ष राहुल भोसले और पंकज भालेकर ने पद छोड़ दिया था। ये सब ऐसे समय पर हो रहा है, जब राज्य में नॉमिनेशन इलेक्शन के रिजल्ट के बाद अब विधानसभा चुनाव की अंतिम जोर पकड़ बनी हुई है। साल के अंत में राज्य में चुनाव हो सकते हैं।
RSS भी अजिते से खुश नहीं?
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस से जुड़ी मराठी पत्रिका विवेक में नोबल चुनाव में खराब प्रदर्शन की वजह से गठजोड़ के बारे में बताया गया था। इससे पहले भी राज्य में बीजेपी के खराब प्रदर्शन की प्रमुख विपक्षी अभिनेत्रियों के बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा घोषणा की गई है कि कई भाजपा नेता भी इस गठबंधन से पूरी तरह खुश नहीं हैं।