महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने देवेन्द्र फड़नवीस पर उद्धव ठाकरे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी – गणमान्य कलाकारों को दी चुनौती तो भड़के एकनाथ शिंदे, उध्वव ठाकरे से
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्षी (यूबीटी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कभी घर से बाहर नहीं जाने वाले अब किसी को खत्म करने की बात कर रहे हैं। असल में, एक दिन पहले ही यूपी ने राज्य के अंतिम विशिष्टताओं को चुनौती दी थी कि राजनीति में दोनों से कोई एक ही बच जाएगा। साथ ही यूथ ने उन्हें और उनके बेटे आदित्य ठाकुर को जेल डिस्पले की साजिश के आरोप में डाल दिया।
शिंदे ने कहा, ‘बहुत अजीब बात है कि जो कभी अपने घर से बाहर नहीं निकलता, वो अब रणभूमि और फिल्मों को खत्म करने की बात कर रहा है।’ इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी यूवी के बयान पर विश्वास जाहिर किया है। महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख : … बावनकुले ने कहा था, ‘एक बार जन्म लेने के बाद भी साबिक़ को राजनीतिक रूप से ख़त्म नहीं किया जाएगा।’
बावनकुले ने नागपुर में छात्रावास से कहा कि मनोवैज्ञानिक भाषा में उनका दिवालियापन गायब है। बावनकुले ने कहा, ‘ठाकरे कोंकण और मुंबई में अपनी पार्टी के वॉल्यूम मत प्रतिशत को लेकर चिंताएं हैं। जिस दिन उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, उनकी सलामी ने उनका साथ छोड़ दिया। जब वे भाजपा के साथ गठबंधन में थे, तब वे 18 युवा सीट पर थे, लेकिन अब सीटों की संख्या में गिरावट आई है। ‘टैकर्स डाउनीडेट और जमात पर हमला करके अपना मानसिक दिवालियापन दिखा रहे हैं।’
शिंदे ने यह भी कहा कि राजनीति में किसी भी लेख को पूरी तरह से खत्म करने की बात नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘जो लोग चुनौती देने की बात करते हैं, उन्हें रोकना चाहिए कि हम कहां बने रहते हैं।’ इसके लिए किसी भी व्यक्ति को ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है। बेतरतीब टिप्पणी करने की तरह, किसी और को खत्म नहीं किया जा सकता।’
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (जेपी गणेश की जगह जो अब केंद्रीय मंत्री हैं) ने पद पर शामिल लोगों के नाम पर विचार किया, जब स्टॉकलों के बारे में पूछा गया तो बाउल परनकुले ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि केंद्रीय नेतृत्व क्या निर्णय लेगा। उन्होंने कहा, ”हालाँकि, कारोबार के पास बहुत बड़ा अनुभव है। उन्होंने महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष के रूप में काम किया है और उनके पास राष्ट्रीय टीम का अनुभव भी है, लेकिन महाराष्ट्र को सामुदायिक व्यवस्था की दृष्टि की आवश्यकता है।
क्या बोले थे यूक्रेनी टेक
अख्तर ने कहा, ‘अनिल देशमुख ने अब खुलासा किया है कि कैसे साजिद ने मुझे और आदित्य ठाकरे को जेल में डाल दिया था। मैंने सब कुछ सहा, लेकिन बहादुरी से गांव के साथ खड़ा रहा। तो अब या तो आप (फडणवीस) राजनीत में रहें या मैं हूं। आज मेरे पास कोई पार्टी, पैसा या पैसा नहीं है, लेकिन मैं अपने साथ शिवसैनिकों की बहादुरी की वजह से स्टीमा को चुनौती दे रहा हूं।’
(एजेंसी एंटरप्राइज़ के साथ)