यूट्यूब की टॉप टीचर हिमांशी सिंह की सफलता की कहानी, जानिए उनकी कहानी
यूट्यूब सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं, बल्कि शिक्षा का भी एक नया आयाम है. यहां विज्ञान, गणित, इतिहास, भाषाओं आदि हर विषय पर वीडियो उपलब्ध हैं. यह एक ऐसा मंच है जहां कोई भी, कहीं से भी, कभी भी ज्ञान प्राप्त कर सकता है. देश में कई ऐसे शिक्षक भी हैं जो यूट्यूब से तगड़ी कमाई करते हैं साथ ही उनके बहुत ज्यादा फॉलोवर्स हैं. इनमें से कई शिक्षक तो ऐसे जिनके पढ़ाए हुए बच्चे आज बड़े बड़े पदों पर काबिज हैं. इन्हीं में से टीचर हिमांशी सिंह भी हैं.
हिमांशी सिंह को देश की सबसे प्रतिष्ठित शिक्षकों में से एक हैं. बेहद कम उम्र में ही उनके काफी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स हैं. हिमांशी ने पहले स्टेट बोर्ड से पढ़ाई की, फिर दिल्ली आकर CBSE बोर्ड से पढ़ाई की. उनकी बहन ने उन्हें इंग्लिश में पढ़ाई करने की सलाह दी. हिमांशी को सीखने की ललक थी, इसलिए शुरुआती दिक्कतों के बाद वे सब समझने लगीं.
इतनी थी पहली कमाई
हिमांशी बताती हैं कि उन्होंने सीटीईटी परीक्षा के एक महीने बाद अपने फोन के सेल्फी कैमरे से एक वीडियो रिकॉर्ड किया. पहले वीडियो में कमियां होने के बावजूद, उन्होंने एडिटिंग और अन्य तकनीकों को सीखते हुए बेहतर वीडियो बनाना जारी रखा. साल 2016 में उन्होंने “लेट्स लर्न” नाम से अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया और अपने पहले वीडियो “कोचिंग के बिना सीटीईटी कैसे क्रैक करें” को अपलोड किया, जो लोगों ने काफी पसंद किया गया. एक इंटरव्यू में हिमांशी ने बताया था कि उनकी यूट्यूब से पहली कमाई करीब 6200 रुपये हुई थी. उस समय यही पैसे काफी ज्यादा लगते थे.
“लेट्स लर्न” चैनल भारत का सबसे बड़ा चैनल
बताते चलें कि हिमांशी सिंह 10 सितंबर 1997 को जन्मी थीं. हिमांशी का शुरुआती जीवन दिल्ली के नंद नगरी में बीता, जहां उनके पिता सरकारी स्कूल में टीजीटी गणित शिक्षक और बाद में स्कूल सचिव के रूप में कार्यरत थे. उनके परिवार में एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई भी है. हिमांशी का बचपन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के एक छोटे से गांव में उनके ननिहाल में बीता. आज “लेट्स लर्न” चैनल भारत का सबसे बड़ा चैनल बन चुका है, जो सीटीईटी, टीईटी, डीएसएसएसबी, केवीएस, एनवीएस जैसी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है. आज हिमांशी यूट्यूब से महीने के लाखों रुपये कमाती हैं.
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