मध्यप्रदेश

होम स्टे करने का मन हो तो मध्य प्रदेश के इस शहर में आएं, लोग बेहतरीन सुविधाओं की तारीफ करते नहीं थकते।

नामपुरम: मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड बोर्ड की “होम-स्टे” परिकल्पना से विकसित की गई। सावरवानी गांव में इन दिनों मध्य प्रदेश के साथ-साथ अन्य मोटापे के शिकार केवल ये देखने आ रहे हैं। इस गांव में कितना आनंद है. यहां गांव की जन-जातीय पार्टियां ऐसे ही होम-स्टे के बारे में गैड और लीकर के रूप में काम कर रही हैं।

शहर की भागदौड़ और कोलाहल से दूर प्रकृति के भगवान में बसे किसी गांव में घर-वास करना हो तो अपने मध्य प्रदेश में ही एक बेहद सुंदर जंगल मौजूद है। अब से पहले तक गुमनामी में डूबा एक गांव अब देश-प्रदेश के होम-स्टे आकांक्षाओं के लिए “बेस्ट होम-स्टे डेस्टिनेशन” बन गया है। जी हां हम बात कर रहे हैं. नर्मदापुरम जिले के जनजातीय ब्लॉक तामिया के पर्यटन ग्राम सावरवानी की जो गहनता से समीक्षा की गई है।

सावरवानी होम स्टे बहुत ही खूबसूरत
छिन्द जिले के धुसावनी के होम-स्टे लॅपक तीन दिन के प्रशिक्षण पर सावरवानी आये। सहयोगी संस्था सतपुड़ा स्वयं रिलेयंट फॉर्मर के साथ जिम्मेदार ग्राम क्षेत्रीय पर्यटन जागरूकता समिति धुसावनी के सदस्यों ने सावरवानी की होम-स्टे गतिविधि का आकलन किया। यहां नोटबुक स्टूडियो से रीयल टाइमम फाईम लिया गया। जानकारी के अनुसार खरगौन, छतरपुर, बालाघाट, बैतूल, नर्मदापुरम और अन्य स्मारकों से कई एक्सपोज़र समूह भी सावरवानी के पत्थर बनकर उभरे हैं। यहां होम स्टेयर्स (पर्याटकों) को दिए गए जा रहे घरेलू भोजन, सुविधाएं और अन्य मनोरंजन स्थलों को देखकर आश्चर्य चकित हो गए।

यहां दी जा रही है बेहतरीन सुविधा
इन एक्सपोज़र ग्रुप्स ने तय किया। वे अपने गांव के घर-स्टे को भी सावरवानी मॉडल ही कहते हैं। पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए। पर्यटन खुद को भी सुरक्षित महसूस करें। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड ने इस गांव के होम-स्टे को एक मॉडल के रूप में विकसित किया है। होम-स्टे करने वाले टूर यहां दी जा रही है। बेहतरीन शानदार की शोभा नहीं थकाते। हाल ही में तेलंगाना और छत्तीसगढ़ राज्य के “होम-स्टे सुविधा प्रदाता” सावरवानी में दी जा रही सुविधाओं के मामले सीखने आए थे। जनजातीय बहुसंख्यक इस पर्यटन ग्राम में इन दिनों विकास के कई काम चल रहे हैं। इन होम-स्टे में शुचिता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां पर ब्रह्मांड को पहुंचना और रहना में कोई कमी नहीं है। इस पर वर्कशॉप की मेहनत चल रही है। माइक्रोसॉफ्ट को अलग-अलग मनोरंजक कलाकारों से जोड़ा जा रहा है। वे अधिकांश दिन की स्थिति. आज कल सावरवानी के सारे होम-स्टूडियो से असली रहते हैं। होम-स्टे आकांक्षियों को सावरवानी मॉडल टोक्यो में मध्य प्रदेश टूरिज्म डेवलपमेन्ट बोर्ड की ‘रिस्पांसेबल टूरिज्म’ अवधारणा सफल हो रही है।

यहां से दूर होता है चर्म रोग
सावरवानी में कुल 67 होम-स्टे बने हैं। अब तक 7 प्रारम्भ हो चुके हैं. मप्र टूर निगम मंडल बोर्ड की ‘महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन योजना’ के तहत संचालित होम-इन-स्टे को वर्चुअल को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। गांव में सतधारा झरना भी है. पास के अनहोनी गांव में गर्म पानी के कुंड का दृश्य भी मुख्य आकर्षण का विषय है। यहां के पानी को त्वचा में लगाने से दूर हो जाते हैं त्वचा संबंधी रोग।

जन पार्टियाँ करती हैं फ़्रॉस्टोल को गाएड
गांव के पास ही एक मौनी बाबा की पहाड़ी है। माइक्रोसॉफ्ट को इस पर ट्रेंकिंग भी की जाती है। जन पार्टिकल्स फिल्मों को गाती हैं। यहां पर प्रकृति की सुंदरता देखने वालों के बीच होम-स्टे के लिए मिट्टी के घर (मैड हाउस) बने हुए हैं। टूरिस्ट टूरिस्ट तीन हज़ार रुपये रोज़ की दर से (2 वयस्क और एक अवैस्क बच्चे के साथ) रह सकते हैं। दोनों वक्ता का भोजन एवं चाय नि:प्रतिशुल्क समझौता किया जाता है। रात में गांव के लोक नृत्य समूह द्वारा शैला लोकनृत्य का मनोरंजन किया जाता है।

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