कोलकाता

मृत डॉक्टर के मां-बाप को 3 घंटे इंतजार क्यों? कोलकाता कांड में पूर्व कार्यशाला से सीबीआई के प्रश्न

कोलकाता कांड में सेंट्रल एसोसिएट ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने लगातार चार दिन सोमवार को भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व कार्यशाला संदीप घोष से महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना की जांच के लिए पूछताछ की। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि घोष सोमवार सुबह सीजीओ कॉम्प्लेक्स के मुख्यालय में स्थित थे। अधिकारी के अनुसार, घोष से पूछा गया कि डॉक्टर की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी भूमिका क्या थी, उन्होंने किससे संपर्क किया और सिद्धार्थ के माता-पिता को करीब तीन घंटे तक इंतजार क्यों करना पड़ा?

पूर्व कार्यशाला से यह भी पूछा गया कि घटना के बाद अस्पताल की इमारत में कैथेड्रल कक्ष के पास से दर्शन का आदेश दिया गया था। पूर्ण अधिकारी शुक्रवार से ही पूर्व कार्यशाला घोष से पूछताछ कर रहे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी घोष के फोन की ‘कॉललिस्ट’ के मोबाइल विवरण के साथ-साथ उनकी प्रोटोटाइप ‘चैट लिस्ट’ की भी जांच कर रहे हैं।

हड्डी रोग विशेषज्ञ घोष ने 9 अगस्त को महिला चिकित्सक का शव मीटिंग के दो दिन बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज के कार्यशाला पद से छुट्टी दे दी थी। उन्होंने अपने ऊपर हमले की आपदा की रोकथाम की थी, जिसके बाद उनके वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से सुरक्षा की आपूर्ति की थी। कोर्ट ने उन्हें एकल पीठ के समक्ष जाने का निर्देश दिया था।

31 साल की उम्र में ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त को आरजी कर हॉस्पिटल के कॉन्फरेंस हॉल में मिला था। पुलिस ने इस घटना की जांच के बाद अगले दिन एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया था। सिद्धांत रिपोर्ट में उसके साथ बलात्कार, रेस्तरां और दरिंदगी की बात सामने आई है। मृत डॉक्टर के माता-पिता का आरोप है कि वे एक घंटे बाद फोन करके अस्पताल पहुंचे थे लेकिन तीन घंटे बाद उनकी बेटी का शव देख लिया गया।

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