जम्मू और कश्मीर

जम्मू-कश्मीर में फिर से अलग झंडों का समर्थन कैसे करें? अमित शाह ने राहुल गांधी से पूछे 10 सवाल, गठबंधन पर बोला हमला

गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और नेशनल नेशनल (एनसी) के बीच व्यापक केंद्रीय घटक गठबंधन पर सहमति जताई। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर ‘सत्ता की भूख हड़ताल के लिए बार-बार देश की एकता और सुरक्षा को खतरे में डालने’ का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस से 10 सवाल भी पूछे हैं। बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकन) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर क्षेत्र की सभी 90 सीटों वाली कांग्रेस गठबंधन को अंतिम रूप दिया था। विपक्ष में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अब्दुल्ला के आवास पर राष्ट्रीय सम्मेलन के नेतृत्व के साथ बैठक में जाने के बाद यह घोषणा की गई थी।

अब अमित शाह ने इस चुनावी पूर्व गठबंधन को लेकर कांग्रेस पर धावा बोल दिया है। शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ”सत्ता के लालच में देश की एकता और सुरक्षा को बार-बार खतरे में डालने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में अमित चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके एक बार फिर अपने नापाक विधानमंडल को एकजुट किया है।

अमित शाह ने पूछे 10 सवाल-

1) कांग्रेस फिर से जम्मू-कश्मीर में ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन कैसे करती है?

2) क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को वापस लेने के लिए जम्मू-कश्मीर को अस्थिर और उग्र युग में धकेलने के लिए जेकेएनसी के फैसले का फिर से समर्थन किया है?

3) क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बजाय पाकिस्तान से बातचीत करके फिर से एकतावाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?

4) क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी नेशनल कांफ्रेंस के साथ पाकिस्तान के साथ ‘एलओसी व्यापार’ शुरू करने का समर्थन कर रहे हैं, जिससे सीमा पार भीड़ और उसके इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलेगा?

5) क्या कांग्रेस के किले और पत्थरबाज़ी की कहानियों में लोगों के अवशेषों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके स्ट्रेंथगार्ड और बंदा के दौर को शामिल किया गया है?

6) इस गठबंधन ने कांग्रेस पार्टी के शून्य विरोधी रुख को अपनाया है। जेकेएनसी के वादे के साथ क्या कांग्रेस, गुज्जर, बकरवाल और गांवों के नाम फिर से खत्म हो जाएंगे?

7) क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत’ को ‘तख्त-ए-सुलेमान’ और ‘हरि पर्वत’ को ‘कोह-ए-मरन’ के नाम से जाना जाए?

8) कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को कैसे सशक्त बनाती है और उसे विशिष्ट पाकिस्तानी छात्रों को बढ़ावा देने के लिए राजनीति का समर्थन करती है?

9) कौन सी कांग्रेस पार्टी जेकेएनसी जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?

10) क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को स्वावलंबन (ऑटोनोमी) नेतृत्व की जेकेएनसी की विभाजित सोच और समुदाय का समर्थन करते हैं?

नरेंद्र मोदी सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर को विशेष पहचान वाले विशिष्टता 370 को शामिल किया था और पूर्ववर्ती राज्य को जम्मू-कश्मीर और आतंकवाद के केंद्र के रूप में इस्तेमाल में शामिल किया गया था। तब से अब अंतरराष्ट्रीय जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस केंद्र शासित प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था। अब जम्मू-कश्मीर की 90 वाइल्डलाइफ विधानसभा में तीन चरणों के लिए 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को चुनाव होंगे। नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किये जायेंगे।

चुनाव पूर्व कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन हुआ है। गुरुवार को ही राहुल गांधी ने जम्मू में पार्टी गठबंधन को निशाना बनाते हुए कहा था, ”गठबंधन हो रहा है और मुझे उम्मीद है कि गठबंधन जिस तरह से बनेगा, हमारे सैनिकों, कम्युनिस्टों और कमांडरों को सम्मान मिलेगा।” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राज्य की बहाली के लिए कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन की मूल भावना है। उनकी इस सलाह के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि सभी शक्तियों के साथ पूरा राज्य बहाल हो जाएगा।

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