झारखंड

भाजपा फिर से सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को अपने पाले में करने की ‘पुरानी रणनीति’ अपना रही है: हेमंत सोरेन – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

भाजपा फिर से सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को अपने पाले में करने की 'पुरानी रणनीति' अपना रही है: हेमंत सोरेन

विलायती सोरेन
– फोटो : एनीनी (एफएएफए)

: …


झारखंड के मुख्यमंत्री रसेल सोरेन ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निबंध प्रस्तुत किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वह फिर से अपने पुराने तरीके से अपनाए गए स्टूडियो स्टूडियो को तोड़ने की कोशिश कर रही है। सोरेन की ओर से यह बयान सामने आया है, जब झामुमो के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री ने दिल्ली में घोषणा की थी कि वह भाजपा में शामिल होंगे।

ट्रेंडिंग वीडियो

स्टालिन सोरेन ने कहा कि फ़्रॉमिस्ट पार्टी ने फिर से ‘सरकार तोड़ो अभियान’ और ‘विधायक तोड़ो अभियान’ शुरू किया है, जैसा कि उन्होंने खोखले प्रचार के दौरान भी किया था। उन्होंने कहा कि राज्य के जिलों में एक सरकारी कार्यक्रम को पेश करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें (भाजपा) झारखंड के आगामी विधानसभा चुनाव में लोगों से करारा जवाब मिलना तय है, जैसा कि उद्देश्य में मिला था।

इससे पहले दो दिनों में चैंपियन सोरेन ने राष्ट्रीय राजधानी में राजभवन से कहा था कि वह अपने बेटे के साथ 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगी। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके नेता धर्म और समुदाय के नाम पर प्रकाश की राजनीति में शामिल हैं।

बीजेपी के ‘मिला क्या’ (क्या मिला?) अभियान की आलोचना करते हुए सोरेन ने कहा कि बीजेपी ने अपनी सरकार द्वारा गरीबों और स्कूली बच्चों के कल्याण के लिए शुरू की गई मंजूरी की संख्या हज़म नहीं की है। झारखंड भाजपा ने रविवार को अभियान शुरू किया था। इलिनोइस सोरेन ने कहा, नौकरीपेशा के बारे में प्रश्न। हमने 30 हजार से ज्यादा नियुक्तियां दी हैं। जबकि 35 हजार से 40 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। लेकिन, पिछले बीस वर्षों में भाजपा ने कोई नौकरी नहीं दी।

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि जिलों में रक्षा, रेलवे और नेटवर्क जैसी कंपनियों को बंद कर दिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री सोरेन ने मंगलवार को ‘झारखंड मुख्यमंत्री मैय्यन सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं के नामांकन में पहली किस्त के रूप में एक हजार की सूची बनाई। छह पुस्तकालय, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और देवघर के कुल 7.32 लाख पुस्तकालयों में 73 करोड़ शेयर रखे गए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *