कोलकाता

भगवान की पुलिस करती है पानी की बहारें, झंडा फहराता रहा भगवान साधु कौन? गहराया रहस्य

कोलकाता के एक अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले को लेकर यूपी में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कोलकाता और इससे जुड़े हांगकांग के अलग-अलग जिलों में मंगलवार को पुलिस और रिजर्व बैंक के बीच उस वक्त के स्पीकर्स वापस आ गए, जब आंदोलनकारी ने बैरिकेड को गिराने के लिए राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ की ओर मार्च करने का प्रयास किया। इस दौरान भगवा वस्त्र पहने एक साधु की खूब चर्चा हुई। कोलकाता में वाटर कैनन से पानी की बहार के बावजूद भगवा वस्त्र पहने सफेद रंग वाला व्यक्ति डेट कर रहा है। लोग इसे ममता बनर्जी के प्रशासन के खिलाफ विद्रोह का प्रतीक बता रहे हैं।

इंडिया टुडे टीवी के दिए गए एक साक्षात्कार में साधु ने अपना नाम बलराम बोस बताया और बताया कि वह बलात्कार-हत्या मामले में विरोध प्रदर्शन में आरजी कर क्यों शामिल हुआ। हालाँकि, साधु को लेकर रहस्य तब और गहरा हो गया जब ओकरेमोडी डेमोक्रेटिक कांग्रेस (टीएमसी) ने उनका नाम प्रबीर बोस बताया और कहा कि वह एक आदर्श व्यक्ति हैं और भाजपा के सदस्य भी हैं।

27 अगस्त को जब हजारों युवाओं ने पश्चिम बंगाल सरकार के सचिवालय, नबान्न की ओर से पुलिस के साथ मिलकर काम किया तो उनकी जमकर पिटाई हुई। हालाँकि निश्चय नबन्ना तक नहीं पहुँच पाया, लेकिन भगवा वस्त्र पहने हुए इस साधु की तस्वीर ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। हाथ में झंडा थामे और पुलिस कमिश्नरी को इशारा करते हुए कहा गया कि जल्द ही जल्द ही ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली विपक्ष कांग्रेस सरकार के खिलाफ विद्रोह का प्रतीक बन गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भगवा वस्त्रधारी साधु का वीडियो शेयर करते हुए कहा, “लोग अत्याचार के खिलाफ उठते हैं…”

भगवाधारी साधु कौन हैं?

समाचार एजेंसी एनी से बातचीत में कोलकाता के वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति ने बताया कि उसका नाम बलराम बोस है। उन्होंने कहा कि वह महिला सुरक्षा के मुद्दे का सिविल सॉल्यूशन चाहती हैं और आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के 31 साल के ट्रेनी डॉक्टर को जल्द न्याय दिलाना चाहती हैं। गुरुवार को इंडिया टीवी से बातचीत में साधु ने बताया कि उनका नाम बलराम बोस है। शुफ़ाई कैथोलिक कांग्रेस ने उस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य का आरोप लगाया है।

राम बोस ने कहा, “विरोध प्रदर्शनों में भाग लें, मुझे लगा कि हमें आवाज नबन्ना तक पहुंचानी चाहिए। खैर, इसके लिए मुझे बलपूर्वक मरना अपनी जान क्यों न गंवानी चाहिए। अपनी नबन्ना तक अपनी आवाज पहुंचाना मेरा मंत्र था।” उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी आवाज उठाने के लिए अपने गुरु अरबिंदो घोष से प्रेरणा मिली। बोस ने कहा, “मैं जिन महान गुरुओं का लक्ष्य रखता हूं, उनमें से एक अरबिंदो घोष हैं। उन्होंने कहा था, अगर आप वास्तव में कुछ करना चाहते हैं, तो करें। अन्यथा, जाओ।”

कोलकाता में डॉ. आरजी कर रेप-हत्या कांड के बाद विरोध प्रदर्शन के राजनीतिक दलों के साथियों ने जवाब देते हुए बलराम ने कहा, ”इसमें छत्रों को शामिल किया गया और सरकार तक विरोध का संदेश देने की रूपरेखा तैयार की गई.” हर घर से एक व्यक्ति को शामिल किया जाना चाहिए। मेरे घर में भी महिलाएं, बहनें और एक बेटी हैं। इसलिए हमें उनकी सुरक्षा के बारे में चिंतित होना चाहिए। इसके बाद, मैं विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गया।”

उन्होंने कहा, “यह मेरी आत्मा की पुकार थी जिसमें मुझे नबान्न ने मार्च तक शामिल होने के लिए प्रेरित किया था।” बोस के प्रदर्शन के दौरान बार-बार कलाई पकड़ रहे थे। इसे याद करते हुए उन्होंने खुलासा किया, “मैं पुलिस को संकेत दे रहा था कि वे निरंकुश व्यवस्था में ओपीए वाली गुलामी से मुक्त हो जाएं। मैंने कहा था कि वे हथकड़ी नबान्न को ठीक कर हमारे मार्च में शामिल होंगे या फिर फिर से शामिल होंगे।” इतने जोर से पानी की बहारें कि हम सब बह जाएं।” उन्होंने कहा, ”मैं लड़कियाँ प्रतिनिधित्व करती हूँ, जिनके साथ हर दिन बलात्कार होता है। मैं एक सनातनी हूँ, भगवान शिव का भक्त हूँ…मैं नहीं चाहता कि कोई भी राजनीतिक दल इस आंदोलन को प्रभावित करे या भटकाए।” चाहते हैं और कुछ नहीं…”

साधु का वीडियो वायरल होने के बाद पश्चिम बंगाल की साधु कांग्रेस ने आरोप लगाया कि वह भाजपा का सदस्य है। ‘तृणमूल समर्थकों’ नामक पेज ने एक पोस्ट में कहा कि “वह भाजपा का सदस्य है।” यह आरोप भी लगाया गया है कि यह आरोप प्रशांत महासागर के मुस्लिम सागरिका घोष ने लगाया है।

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