‘खाकी’ से रातोंरात मशहूर हुए आईपीएस, बिहार के ‘गब्लॉगर’ से सीखी थी सीख, अब ईडी के शिकंजे में आईं फिल्में?
आईपीएस अमित लोढ़ा की कहानी: बिहार के इस आईपीएस का नाम अमित लोढ़ा है। अमित लोढ़ा हाल ही में खाकी: बिहार चैप फ्लैटर वेब सीरीज को लेकर काफी चर्चा में रह रहे हैं। यह वेब सीरीज एक फोटोग्राफर प्लेलेट फॉर्म पर प्रसारित की गई थी, जो कि एसोसिएट अमित लोढ़ा की किताब ‘बिहार डायरीज’ पर आधारित थी। अमित लोढ़ा पर बनी यह वेब सीरीज न केवल बहुत पसंद की गई, बल्कि काफी अच्छी भी मिली। खाकी वेब सीरीज के आने के बाद अमित लोढ़ा रातों-रात काफी मशहूर हो गए। देश भर में उनकी काफी चर्चा हुई. इनदिनों वह बिहार पुलिस के अपराध रिकॉर्ड ब्युरो में आईजी के पद पर हैं।
बिहार के गब्बर को सिखाया गया था सबक
1998 में बैचलर ऑफिसर अमित लोढ़ा यूं तो रहने वाले राजपुतान के जयपुर के थे, लेकिन जब भी यथार्थ यूपीएससी (यूपीएससी) परीक्षा पास की, तो बिहार कैडर का फॉलोअर्स (आईपीएस) बना दिए गए। जब वह यहां पहुंचे, तो उनदिनों म्यूजिक का काफी बोलबाला था। वर्ष 2006 में वह तब चर्चा में आये, जब सिद्धार्थ बिहार के गब्बर सिंह पर मोटे कासा और उन्हें घाटों के पीछे पहुँचाया गया। असल में, बिहार के शेखपुरा इलाके में गंजे सिताराम अशोक और उनके एक साथी साथी पिंटू महतो का काफी आतंक था। अशोक महतो को यहीं शेखपुरा का गब्बर सिंह कहा जाता था। जब अमित लोढ़ा शेखपुरा के स्पिल के रूप में प्रदेश में गए, तो यहां के मठों की धरपकड़ शुरू हुई। यहां मानिकपुर नरसंहार के बाद अमित लोढ़ा ने अशोक महतो और पिंटू महतो को काफी मेहनत करके गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं उन दिनों बिहार में एक दिन अपहरण का मामला भी सामने आया था. ऐसे कई हाईप्रोफाइल केस भी मिले। शेखपुरा के अलावा अमित लोढ़ा बिहार के व्यापारी, व्यापारी, व्यापारी, आदि उत्पाद भी बेच रहे हैं।
टुकड़ियों में हैं अमित लोढ़ा
एफ़आईपी अमित लोधा अपनी किताब बिहार डायरीज पर आधारित वेब सीरीज खाकी को लेकर बिजी में हैं। कुछ समय पहले बिहार की ओर से उनके खिलाफ खाकी सिरीज के खिलाफ पैसे लेने का आरोप में मामला दर्ज किया गया था। इसके पीछे विजिलेंस यूनिट का तर्क था कि अमित लोढ़ा अभी पुलिस विभाग में कर्मचारी हैं और एक लेखक नहीं हैं, इसलिए वह किसी भी वेब सीरीज के लिए किसी भी सैन फ्रांसिस्को या कंपनी के साथ कोई कंट्राक्ट साइन नहीं कर सकते हैं। आरोप है कि अमित ने खाकी वेब सीरीज के लिए 50 लाख करोड़ का फर्जीवाड़ा किया था। इस आरोप में कुछ समय के लिए एसएसपीपेंड भी कर दिया गया था. बिहार की विजिलेंस यूनिट के खिलाफ 7 दिसंबर 2022 को उनकी आय से अधिक संपत्ति के मामले दर्ज किए गए थे। अब इसी को आधार बनाया गया है केंद्रीय जांच एजेंसी के खिलाफ निदेशालय निदेशालय (ईडी) ने अपनी और अपनी पैटनी कुमुद लोढ़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जांच एजेंसी ने ईएसआईसी (इंफोर्समेंट केएस इन फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज की है।
टैग: बिहार अपराध समाचार, बिहार समाचार, आईपीएस अधिकारी, आईपीएस अधिकारी, यूपीएससी, वेब सीरीज
पहले प्रकाशित : 2 सितंबर, 2024, 11:24 IST