महाराष्ट्र

लालबाग़ा राजा को गुजरात ले जा सकती है बीजेपी, संजय दत्त की बड़ी टिप्पणी

सेनापति (यूबीटी) नेता संजय बच्चन ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसा है। उनका कहना है कि बीजेपी लालबागचा राजा को भी गुजरात ले जा सकती है। उन्होंने बीजेपी पर विपक्षी और गर्लफ्रेंड राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तोड़ने का भी आरोप लगाया। खास बात यह है कि महाराष्ट्र में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। बीजेपी (यूबीटी) ने चुनाव प्रचार को चुनौती दी है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, यूक्रेनी ने कहा, ‘वे (भाजपा) सब कर सकते हैं। लालबाग के राजा का बड़ा नाम है, लोग सारे देश से आते हैं। वो कह सकते हैं, ऐसे ही गुजरात ले जायें। ऐसा हो सकता है. वे लालबागचा राजा को गुजरात ले जाने के लिए प्रस्ताव पेश कर सकते हैं। वे व्यापारी लोग हैं। मैं आपको बता रहा हूं। मैं बहुत सी बातें यह बात कह रहा हूँ। ये लोग महाराष्ट्र को दुश्मन मानते हैं। ‘बीजेपी के कई लोग मुंबई को लूटना चाहते हैं।’

वॅजिनल पर मॅथेल

क्राइस्टचर्च ने रविवार को प्रमुखता से कहा कि अगर मजदूर 100 बार भी जन्म ले लें तो भी उसे समझ नहीं आएगा कि राकांपा (एसपी) शरद के दिमाग में क्या चल रहा है। इस टिप्पणी के कुछ दिन पहले डेमोक्रेट ने दावा किया था कि शरद पवार ने राज्य विधानसभा से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए तीन से चार रिसॉर्ट्स को चुना था, लेकिन यूक्रेनी अख्तर उनमें शामिल नहीं थे।

शैतान ने कहा, ‘क्या 2019 में दुकानदारों को पता था कि शरद पवार क्या सोच रहे थे और क्या योजना बना रहे थे? 100 बार जन्म ले लें, तो भी उसे यह समझ नहीं आएगा कि शरद स्टार के दिमाग में क्या चल रहा है। यदि राज्य में सुपरमार्केट सरकार में कुछ भी शामिल है, तो उन्हें चुनाव का चयन करना चाहिए।’

बदमाशों ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में राजनीतिक आश्रमों और आश्रमों का नेतृत्व करने वाले परिवार के बीच बंटवारा की साजिश रची। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के अजित पवार के हाल के बयान में कहा गया है कि समाज उन लोगों से नफरत करता है जो अपने परिवार को खत्म करते हैं।

अजित राइटर ने यह बयान गढ़चिरौली में एक रैली के दौरान दिया, जहां वे पार्टी नेता और राज्य मंत्री धर्मराव बाबा अत्राराम की बेटी भाग्यश्री को शरद के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पॉवर) से नफरत करने की कोशिश में शामिल हुए।

बीजेपी (यूबीटी) नेता स्टालिन ने कहा, ‘(महाराष्ट्र में) राजनीतिक आश्रम और आश्रमों के सदस्य क्या हैं? मोदी और शाह ने राजनीतिक विचारधारा और यहां तक ​​कि अपने परिवार में भी बंटवारा कर लिया। वे (एकनाथ शिंदे और अजीत राइटर) इसका शिकार हुए। उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए कि उन्हें धमाका किया गया, दबाव डाला गया या अपने आप से अलग होने के लिए मजबूर किया गया।’

बैतूल ने दावा किया कि वह युवा नेता के नेतृत्व वाली पार्टी हो या शरद पवार की राकांपा, दोनों द ग्रेट ने कई वर्षों तक शिंदे और अजित अपार्टमेन्ट को स्वायत्तता का अवसर दिया, लेकिन उन्होंने दलबदल करना बेहतर ही समझा।

विपक्षी दल (यूबीटी) के नेताओं ने डेमोक्रेट में फिर से भड़की हिंसा को लेकर शाह की आलोचना की और उन पर राज्य की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

शाह महत्वपूर्ण गणेश मंडलों की यात्रा करने और एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मुंबई आए हैं। शैतान ने कहा, ‘मणिपुर में फिर से हो रहे हैं हमले और महिलाओं की लगातार पीड़ा के बावजूद, केंद्रीय गृह मंत्री मुंबई में हैं। उन्हें (शाह को) मुख्यालय, जम्मू-कश्मीर जाना चाहिए। मुंबई में उनका क्या काम है? उन्हें डेमोक्रेट जाने का साहस दिखाना चाहिए।’ पिछले पांच दिनों में हुई हिंसा की घटनाओं में कम से कम सात लोग मारे गए और 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

(एजेंसी एंटरप्राइज़ के साथ)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *