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लॉरेंस बिश्नोई गैंग का झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू से प्लॉट तार, टेलीफोन नंबर से बातचीत, गोपालगंज सहयोगी एनआईए

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ऑस्ट्रिया में निर्मित चार दस्तावेजों की बरामदगी के बाद आइबी और बिहार की ओर से की जा रही जांच की जांच की गई चार दस्तावेजों की जांच के बाद गैंगस्टर के गुर्गों में मची जादूगर, राजस्थान और बदमाशों में रेड जारी

रिपोर्ट- गोविंद कुमार

गोपालगंज. झारखंड जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के दो गुर्गों के गोपालगंज में हुई अपराधी की पुलिस के अनुसंधान के बाद झारखंड के गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के कनेक्शन में शामिल होने की बात सामने आई है। दोनों गैंग के बीच बातचीत के नंबर से बातचीत हुई है। आईबी, एटीएस और बिहार राज्य समाचार एजेंसी (एनएआई) के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनएआई) की जांच के लिए सुझाव दिया गया है। एनएआई और एटीएस की टीम स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर पूरे मामले की जांच शुरू कर रही है।

पुलिस की जांच में आस्ट्रिया निर्मित चार विदेशी गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के होने की बात सामने आई है, लेकिन अब झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू के लिए काम करने वाले मयंक सिंह ने पुलिस की जांच में आस्ट्रिया निर्मित सभी चार विदेशी गैंगेस्टर अमन साहू के होने की बात सामने आई है। होने की बात कही है. उन्होंने गोपालगंज में गिरफ्तार राजस्थान के अजमेर जिले के बंगलादेश वाश थाने के केशरपुरा निवासी कमल राव को अपना आदमी बताया है। गैंगस्टर अमन साहू के लिए काम करने वाली मयंक सिंह कौन है, इसका खुलासा नहीं हो सकता।

बता दें कि गोपालगंज पुलिस ने यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट के पास से 22 जुलाई को एक नागालैंड की बस से ऑस्ट्रिया में निर्मित चार विदेशी निवेशकों को गिरफ्तार किया था। इनमें से राजस्थान के अजमेर जिले का कमल राव और पत्थर के गाय घाट थाने के बोवारी गांव के निवासी संतनु शिवम ने तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए पुलिस से पूछताछ की थी। दोनों ने मोतिहारी व स्क्रिब में किसी बड़े स्मारक को अंजाम देने के लिए पूर्व में रेकी भी की थी।

यूपी के रास्ते बिहार में प्रवेश के लिए यूपी के रास्ते में ही परीक्षा को अंजाम देने की जानकारी दी गई थी, लेकिन पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ के बाद एफआइआर दर्ज कर कड़ी सुरक्षा के बीच चनावे जेल भेज दिया गया। मामले में आइबी और बिहार के छात्रों की जांच कर रही थी. जांच में जब झारखंड जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहूकार का नाम सामने आया तो बिहार लूट और एनआइए भी जांच के लिए पहुंच गया। सुरक्षा दस्तावेज़ बरामद हथियार और गिरफ़्तारी के बारे में गहनता से जांच में खुलासा किया गया है।

गैंगस्टर अमन साहू कौन है?

झारखंड का ज़ाहिरा अंबानी जेल में बंद ही अपने ख़तरनाक मंसूबों को अंजाम देता है। उनके ऊपर 50 से अधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। साहूरी कोल माइनिंग कंपनी के मालिक अपनी रचनाएँ बनाते हैं और अपने रंग की मांग करते हैं। अमन बाज़ार का नेटवर्क बाज़ार में बिखरा हुआ है। एनआइए की ओर से हाल ही में उनकी स्कोटिया पर स्टॉक बदला गया है। झारखंड के एक जेल कप्तान को तानाशाह की धमकी दी गई थी, जिसके दो दिन पहले चाइबासा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।

राजस्थान व लकड़ी में लाल

बिहार के बेरोजगार और स्थानीय पुलिस दल राजस्थान और स्केल में स्टॉक कर रही हैं। गैंगेस्टरों के लिए काम करने वाले गुर्गों के शेयर पर कॉन्स्टैंट वैल्यू चल रही है। एसपीआई गोल्डन प्रभात एक्शन की टिप्पणियाँ कर रहे हैं। एसपी का कहना है कि गैंग में शामिल गुर्गों को गिरफ्तार करने के लिए टीम पुलिस पर कार्रवाई कर रही है। कुछ लोगों को भी उठाया गया है, रैना पूछताछ चल रही है। उधर, एनआइए और स्मार्टफोन ट्रस्ट के तरीकों से जांच और कार्रवाई की गई है। पुलिस और सुरक्षा गिरोह से जुड़े लोगों की एक-एक जांच पर नजर रख रही है।

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