हुमैरा नाज को 21 साल की उम्र में मिली आयकर विभाग में नौकरी, जानें कैसे हासिल की सफलता
उत्तर: कहते हैं कि अगर दिल में कुछ कर पार्टनर का जज्बा हो, तो मंजिल खुद-ब-खुद आसान हो जाती है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के क्रिटिकल में देखने को मिला, जहां मौलाना आज़ाद नगर के रहने वाले एक मस्जिद के इमाम और मदरसा शिक्षक मोहम्मद जाकिर की बेटी हुमायरा नाज़ ने एसएससी स्टेनोग्राफर की पढ़ाई कर जिज्ञासा विभाग में पहली बार प्रयास किया, कॉलेज में स्टेनोग्राफर के रूप में नौकरी प्राप्ति की है.
क्रिस्टल जिले के मौलाना आज़ाद नगर निवासी मोहम्मद जाकिर की बेटी हुमैरा नाज़ ने 21 साल की उम्र में कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के स्टेनोग्राफर परीक्षा में सफलता प्राप्त की और क्लिनिक विभाग, कॉलेज में नौकरी पाई। हुमायरा ने पिछले साल 12वीं कक्षा से सर्वोच्च अंक हासिल किए थे और अब वह अपने माता-पिता को गौरवान्वित हो गई हैं। हुमायरा ने साबित कर दिया कि अगर लग्न और जुनून के साथ सही दिशा में कड़ी मेहनत की जाए, तो सफलता जरूर मिलती है। हुमैरा ने यूट्यूब पर खुद से स्टेनोग्राफी की पढ़ाई की और अपने पहले ही प्रयास में एसएससी परीक्षा पास कर ली।
आठ भाई-बहन
हुमैरा के पिता मोहम्मद जाकिर, जो जमालपुर के मौलाना आजाद नगर के निवासी हैं, मस्जिद में इमाम और मदरसा तामीरे मिल्लत दोधपुर में शिक्षक हैं। आठ भाई-बहनों में चौथी बेटी हुमैरा नाज़ ने 2023 में ए सीनियर हायर बैचलर स्कूल से आर्ट्स कोर्स में 12वीं की परीक्षा में 92% स्कोर के साथ पास की थी। हुमैरा ने एसएससी परीक्षा में 942वीं रैंक हासिल की।
प्राइवेट स्कूल से पढ़ाई
हुमैरा ने जानकारी देते हुए कहा कि वह नौकरी के साथ-साथ प्राइवेट स्कूल से अपनी पढ़ाई भी जारी करेगी। उनके पिता मोहम्मद जाकिर ने बेटी की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को शिक्षा मिलनी चाहिए, क्योंकि ज्ञान प्रकाश है और अज्ञान अंधकार है। हुमायरा की इस उपलब्धि से उनके परिवार और समुदाय में खुशी का माहौल है।
पहले प्रकाशित : 3 अगस्त, 2024, 13:38 IST