आहार का खजाना, पत्ते-ताना और कंपल सब काम के, अचार भी होता है टेस्टी
रीवा. घर के आसपास उगने वाला बांस कई काम आता है। बनाने से लेकर पूजा-पाठ, घर विवाह-विवाह में आभूषण के प्रतीक स्वरूप बांस से बनने वाली वस्तुएं हमारे काम आती हैं। वहीं, स्वास्थ्यवर्धक बांस को भी बताया गया है। आयुर्वेद के डंके की चोट पर आयुर्वेद के डंके की चोट। यहां तक कि बांस से बनने वाले अचार भी काफी स्वादिष्ट होते हैं. पूर्वी भारत के कई राज्यों में बांस का अचार इसी कारण से लोकप्रिय भी है। मध्य प्रदेश के रीवा में भी इन दिनों बांस के अचार मिलते रहते हैं।
रीवा में भी एक दुकान है, जहां आपको बांस का अचार मिलेगा। आम, कटहल या अन्य नीबू के अचार के साथ बांस का अचार काफी स्वादिष्ट होता है। आपको बता दें कि बांस पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करता है, क्योंकि यह एक प्राकृतिक वायु शोधक है। बांस के उपकरण उन दिशाओं में आसानी से उगाए जा सकते हैं जहां कम और अप्रत्यक्ष प्रकाश हो। इस उपाय के तने घर की किसी भी शैली की सजावट को आकर्षक रूप देते हैं। बांस का अचार बनाने के लिए इसके रेस्टलेस और टैन्स को साफ किया जाता है। फिर नमक, लाल मिर्च पाउडर, सरसों का तेल और अन्य पाउडर के साथ अचार बनाया जाता है।
कान दर्द से राहत
बांस के और भी कई फायदे हैं. विधि के अनुसार कान के दर्द में बांस की कोंपलों को जादुई माना जाता है। दांतों के लिए भी बांस खतरनाक है. इसका दातून में पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता है। हालांकि कान या दांत से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या हो तो डॉक्टर की सलाह के लिए ऐसी देशी औषधियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अगर बांस का अचार बनाएं तो यह आम, काली मिर्च, कटहल या नींबू की तरह ही खाने में स्वादिष्ट होता है। बांस में प्रचुर मात्रा में विटामिन और खनिज पाए जाते हैं, तो यह पाचन को ठीक बनाए रखता है। बांस के कोम्पल में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ए, ई, बी6, मैग्नीशियम, कॉपर जैसे पोषक तत्व होते हैं।
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पहले प्रकाशित : 5 अगस्त, 2024, 14:39 IST
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