कोलकाता

महिला डॉक्टर की हत्यारों को मिली सुरक्षा में लगी ममता सरकार, अब अधीर रंजन पर लगा गंभीर आरोप

महिला डॉक्टर बलात्कार और हत्या मामला: पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले ने देश को हिलाकर रख दिया है। आज ही हाई कोर्ट ने केस की जांच के लिए कोलकाता पुलिस से सहमति का आदेश दिया। इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने भी कहा था कि अगर आने वाले रविवार को राज्य पुलिस केस सॉल्व नहीं कर पाती है तो वो खुद केस की जांच करके कॉलेज को दे दें। व्यावसायिक दल भाजपा ने हाई कोर्ट के जज की नियुक्ति करते हुए ममता से रिहाई की मांग की है। इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी से मामले में गिरफ्तारी पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार चारों की मदद कर रही है।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कोलकाता में बलात्कार और हत्या के मामले की गिरफ्तारी के तरीके को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर चर्चा की। एनएन ने बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के गठबंधन से कहा, “यह निन्दनीय है। राज्य सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वह इसमें संशोधन कर रही है। कानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर अनुमति जारी है। राज्य सरकार अक्षम है और मदद करने में सक्षम नहीं है।” पर आमादा है।”

इससे पूर्व दिन में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने महिला वैज्ञानिक डॉक्टर से बलात्कार और हत्या की स्क्रीनिंग का आदेश दिया था। महिला डॉक्टर का शव शुक्रवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के दीक्षांत हॉल में पाया गया। उनके शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे। महिला डॉक्टर की आंख, मुंह और गुप्तांग से बह रही थी। चौथे ने रिपेयर के बाद अपनी ग्लास शॉप की हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस जघन्य कांड में संजय रॉय नामक एक वैलेंटियर को गिरफ्तार किया है।

हाई कोर्ट ने क्यों लिया ऐसा फैसला

उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टी. टी. शिवगणम की लोधी रोड स्थित चर्च ने यह आदेश दिया कि पिछले पांच दिनों में कोलकाता पुलिस द्वारा जांच में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है। खण्डपीठ ने इस अदालत के निष्कर्ष में तालाब की ओर से केस डायरी का प्रतिलेख और सभी संबंधित स्टॉक की डोलचें सुनने के बाद जारी किया। उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि केस के संबंध में सबसे पहले मेडिकल कॉलेज के डॉ. संदीप घोष से पूछताछ की जानी चाहिए थी। डॉ. घोष ने सोमवार को महिला डॉक्टर की मृत्यु नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए छुट्टी दे दी थी।

सीएम ममता के रिहाई की मांग

उधर, उच्च न्यायालय के जज की नियुक्ति के लिए पश्चिम बंगाल के निर्वाचित नेता सुवेंदु अधिकारी ने नोटबंदी की मांग की। एएनआई ने सुवेंदु अधिकारी के गोत से कहा, “हम स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के निधन की मांग करते हैं। हम चाहते हैं कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर रयान गोयल, सीएम के निजी चिकित्सक डॉ. एसपी दास और डॉ. संदीप घोष (आरजी कर मेडिकल कॉलेज और) हॉस्पिटल के पूर्व मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया।

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