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विश्व के शीर्ष संस्कृत विश्वविद्यालयों की सूची यहां देखें विश्व संस्कृत दिवस ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय

विश्व के शीर्ष संस्कृत विश्वविद्यालय: 19 अगस्त को विश्व संस्कृत दिवस मनाया जाएगा. भारतीय संस्कृति में संस्कृत का बहुत महत्व है. अब विश्व भर में संस्कृत भाषा के प्रति रुझान तेजी से बढ़ रहा है. एक समय जो भाषा सिर्फ भारत के कुछ हिस्सों में सीमित थी, आज वह दुनिया की कई बड़ी यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई जा रही है. यह एक बहुत ही सकारात्मक संकेत है जो संस्कृत भाषा के महत्व और इसकी समृद्धि को दिखाता है.

संस्कृत भाषा भारतीय संस्कृति और दर्शन का आधार है. कई विदेशी छात्र भारतीय दर्शन और योग जैसे विषयों में गहरी रुचि रखते हैं, जिसके लिए संस्कृत भाषा का ज्ञान आवश्यक है. कई अंतरराष्ट्रीय संगठन संस्कृत भाषा के संरक्षण और प्रचार के लिए काम कर रहे हैं, जिससे इसे विश्व स्तर पर मान्यता मिल रही है. आज हम आपको दुनिया भर की कई यूनिवर्सिटी के बारे में बताएंगे जहां संस्कृत पढ़ाई जा रही है और काफी दूर से छात्र इसे पढ़ने के लिए पहुंच रहे हैं.

इन विदेशी संस्थांनों में पढ़ाई जा रही संस्कृत

यूरोप

  • ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (यूके)
  • हाइडेलबर्ग यूनिवर्सिटी (जर्मनी)
  • पेरिस यूनिवर्सिटी (फ्रांस)

अमेरिका

  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
  • कोलंबिया यूनिवर्सिटी
  • कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले

एशिया

  • टोक्यो यूनिवर्सिटी (जापान)
  • सिंगापुर यूनिवर्सिटी

भारत में संस्कृत का अध्ययन करने के लिए कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं. ये विश्वविद्यालय न केवल देश बल्कि दुनिया भर के छात्रों को आकर्षित करते हैं.

ये है देश की टॉप संस्कृत यूनिवर्सिटीज

  • केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ
  • श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय
  • संस्कृत महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय
  • संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय
  • राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय
  • उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय

संस्कृत का विकास

संस्कृत का सबसे प्राचीन रूप वैदिक संस्कृत है, जिसमें वेदों की रचना हुई. शास्त्रीय काल में संस्कृत का व्याकरणिक विकास हुआ और महाकाव्य, पुराण, दर्शनशास्त्र आदि की रचना हुई. मध्यकाल में संस्कृत का प्रयोग कम हुआ. आधुनिक काल में यूरोपीय विद्वानों ने संस्कृत में रुचि दिखाई है.

संस्कृत का महत्व

संस्कृत हिंदू धर्म और दर्शन की आधारभूत भाषा है. धार्मिक ग्रंथों से लेकर साहित्य और कला तक, संस्कृत ने भारतीय संस्कृति को आकार दिया है. इसका वैज्ञानिक व्याकरण भाषा विज्ञान में महत्वपूर्ण रहा है. आज भी संस्कृत का उपयोग पूजा, संगीत और चिकित्सा में किया जाता है.

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