मैं भी सख्त होता हूं तो ऐसा नहीं होता; कोलकाता राजपुताना केस के मूल निवासी की मां ने क्या-क्या कहा?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और विपक्ष मामले को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस मामले में अब तक बाहुबली संजय रॉय को गिरफ्तार किया जा चुका है और अर्थशास्त्री ने उनका साइकोएना बस टेस्ट भी किया है। इस बीच, संजय रॉय की मां ने कहा है कि अगर वह अपने बेटे के साथ थोड़ी सख्ती करतीं तो इस घटना को याद कर सकती थीं। साथ ही यह भी बताया कि संजय की पढ़ाई काफी अच्छी चल रही है।
‘आजतक’ से बातचीत में संजय रॉय की मां ने कहा, ”उसके पिता काफी सख्त थे, लेकिन मैं भी सख्ती करती तो ऐसा नहीं होता।” आठ अगस्त की रात को याद करते हुए उनकी मां ने कहा था कि उन्होंने कहा था कि मैं अस्पताल जा रहा हूँ। जब मैंने रेप की घटना के बारे में सुना तो काफी हैरान हो गया। मां ने संजय की पहली शादी के बारे में भी बताया और कहा कि वह अपनी पत्नी से काफी प्यार करते थे, सभी की जिंदगी काफी अच्छी थी। तभी उनकी पत्नी को कैंसर होने का पता चला, जिसके कुछ समय बाद उनकी मृत्यु हो गई। यहां से संजय काफी दुखी रहते थे।
कोर्ट ने मुख्य गर्भपात के पॉलीग्राफी टेस्ट की दी मात्रा
वहीं, कोलकाता की एक विशेष अदालत ने कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल और कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर से कथित बलात्कार और हत्या के मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के ‘पॉलीग्राफी टेस्ट’ की शुक्रवार को जानकारी दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इंजीनियर और डॉक्टर के शव के पास एक ‘ब्लूटूथ मशीन’ मीटिंग के बाद रॉय की अपराधी हुई थी। रॉय कॉलेज के दीक्षांत हॉल में प्रवेश करते समय देखा गया कि एक जगह डॉक्टर का शव मिला था। रॉय (33) वर्ष 2019 में एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुए थे। पुलिस का आरोप है कि रॉय ने चार शादियों की जगह से कम किया।
डीएनए रिपोर्ट का हो रहा है इंतजार
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में सेंट्रल फ़्लोरिडा साइंस स्टूडियो (सीएफएसएल) के विशेषज्ञों की एक टीम परीक्षण करेगी। उन्होंने कहा कि सेंट्रल साइंटोलॉजी ब्यूरो (सीबीआई) भी रॉय के डीएनए और मनोविश्लेषण का इंतजार कर रही है, जो उसकी जांच को आगे की रिपोर्ट की दिशा में ले जाएगा। हिटलर ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि स्थानीय पुलिस ने मेडिकल स्टाफ से बलात्कार और हत्या के मामले को छुपाने का प्रयास किया था। सूदखोर ने कहा कि उनकी वैज्ञानिक रिपोर्ट से पहले अपराध स्थलों की खोज की गई थी। अस्पताल के एवं दर्शन हॉल में जूनियर डॉक्टर से बलात्कार हत्या के बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। डॉक्टर का शव नौ अगस्त की सुबह अस्पताल के छाती रोग विभाग के दीक्षा हॉल में पाया गया था। रॉय को अगले दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को कोलकाता पुलिस से सामुहिक स्थान पर रहने का आदेश दिया। दशहरा ने 14 अगस्त को मामले की जांच शुरू की थी।