मध्यप्रदेश

जब बैग से किताबें नहीं निकली खतरनाक कोबरा, टिकट में स्नेक कैचर के छूटे बजट, देखें वीडियो

सागर. जिस कोबरा को साक्षात् काल की संज्ञा दी गई है, वह खतरनाक कोबरा एक बच्चे के स्कूल बैग में घुस गया था। करीब 3 घंटे तक स्कूल बैग में कब्ज़ा जमाये रखा गया। कोबरा की वजह से लोग घर को ठीक हो गए, पडोसी के घर बैठे रहे। इतना ही नहीं पहले उसे भगाने के लिए दरबाजे पर धूना भी दिया और जब कोबरा टीएस से मस नहीं हुआ तो भव्य कैचर को बुलाया गया। उसने करीब 7 मिनट तक संकट के 4 फीट लंबे कोबरा को पकड़ लिया। इसके बाद होम वॉल्स और मॉल वॉल्स ने राहत की सांस ली।

सर्फ़ मित्र को भी हुआ संकट
यह मामला मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का है। जहां जमाती गांव में रहने वाले फूल चंद बारस्कर के घर में एक साजिस्टर कोबरा देखा गया था। जब उसकी तलाश शुरू हुई तो बच्चे का स्कूल बैग हिलता दिखा, फिर सर्प मित्र विशाल वार्द्धिमार ने अपनी टीम के साथ क्षेत्र में सूचना बैठक की। जब स्कूल बैग की जांच की गई तो उसमें कोबरा शामिल था। इस बैग को सावधानी से सामान घर से बाहर लाया गया। बैग से निकालने के दौरान कोबरा ने दो-तीन बार बेबी करने की भी कोशिश की. फनकार में फंसे इस कोबरा को अंततः बाहर निकाल दिया गया और बाद में जंगल में छोड़ दिया गया। स्नेक कैचर विशाल ने बताया कि किस बारे में बताया गया है। यह कोबरा स्पेक्ट्रम आर्किटेक्ट का अत्यंत अद्भुत सांप है। करीब पांच फुट लंबा यह सांप बैग से रवाना हुआ।

बहुत डरावना है सांप, 45 मिनट में होता है मौत
इस दौरान दो तीन बार फैन फैलेकर कटर की कोशिश भी की यह जिस स्टाफ का है, वह अगर काट ले तो इलाज न मिले की स्थिति में व्यक्ति की आकृति 45 मिनट में मौत हो सकती है। विशाल ने बताया कि बारिश थमाने के बाद सांप खाने की तलाश में घर की ओर पहुंच जाते हैं, इसलिए वे सभी को सलाह देते हैं कि घर का बंद दरवाजा झटका समय पर सावधानी बरतें। चारों ओर रात में अंधेरे में बाहर की ओर देखने पर छिपकली या छिपने की जगह का उपयोग करें जैसे कि कोठरी के नीचे, पलंग के पीछे, दीवार की दरारों पर विशेष निगरानी वाली जगह।

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