जो पहले काम छोड़ गया था; ममता बनर्जी को सीपीएम सरकार की याद दिलाते रहे ललन सिंह
पार्टी यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह नी ललन सिंह ने कोलकाता में डॉक्टर की हत्या और हत्या के बाद से चल रहे आंदोलन के तहत मंगलवार को न्यूयालाई में पुलिस लाठीचार्ज का विरोध किया है। बिहार के मुख्यमंत्री और नामांकित राष्ट्रपति नीतीश कुमार से लेकर अच्छे राजनीतिक दलों वाली ममता बनर्जी को लेकर किसी बड़े नेता ने पहली बार तीखा बयान दिया है। ललन सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अराजकता का माहौल है और वहां सरकार का नाम कुछ भी नहीं है।
ललन सिंह ने रविवार को पटना में मीडिया से बातचीत में कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला हैं, इसके बावजूद महिलाएं हिंसा के लिए प्रदर्शन कर रही हैं और लाठीचार्ज कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जो पहले सीएम (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी) के लोग काम करते थे, वही अब वहां की मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) करती हैं। नीतीश जब 2023 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ आश्रमों को एकजुट कर रहे थे तब उन्होंने शुरुआती दौर में ही ममता से मुलाकात की थी।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 9 अगस्त को एक ट्रेनी डॉक्टर के नृशंस रेप और हत्या के बाद से बंगाल में लगातार आंदोलन चल रहा है। शुरुआत में राज्य पुलिस में अनुसंधान कर रही थी, लेकिन इसकी जांच के आगे मैमटी एनआईए ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को तीन दिन दिए। लेकिन इससे लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ और सरकार विरोधी आंदोलन जारी है। इंस्टिट्यूट के साथ-साथ छात्रों और अन्य सामाजिक संगठनों ने भी प्रदर्शन किया।
मंगलवार को छात्रों ने ममता बनर्जी के नोटबंदी की मांग लेकर सचिवालय मार्च का आयोजन किया था। इस दौरान तोड़फोड़ ने जब सुरक्षा घेरा दिया और पुलिस पर लापरवाही करने लगे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इसके खिलाफ रविवार को बीजेपी ने 12 घंटे के लिए बंगाल बंद की पेशकश की है।