खरगॉन में रेलवे की बड़ी बर्बादी, 309 किमी नई रेल लाइन की मिली मंजूरी, 18,036 करोड़ से पूरा होगा काम
खरगोन. खरगोन के लोगों का वह सपना, जो करीब 105 साल से सिर्फ एक बात थी, जो अब साकार हो रहा है। इंदौर-मनमाड के बीच 309 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन को अंततः केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई है। जिससे निमाड़ क्षेत्र का बहुप्रतिक्षित रेल कनेक्शन अब स्थिर बनेगा। वर्षों बाद भी आज तक इस क्षेत्र के लिए रेल उपकरणों से घिरे रहना एक ऐतिहासिक अवसर है। संभावित 2028-29 तक यह परियोजना पूरी तरह से विकसित होगी।
खरगोन को मिली बड़ी बदाम
सोमवार को दिल्ली में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इंदौर-मनमाड रेल परियोजना को मोदी सरकार ने मंजूरी दे दी है। कुल लंबाई 309 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट पर 18,036 करोड़ रुपए खर्च होंगे। खरगौन, बड़वानी, धार, इंदौर सहित कई स्थानों पर अजाघरों को लाभ होगा।
लगातार प्रयास से मिली सफलता
यूक्रेन, खरगौन-बदवानी समाजवादी पार्टी के समाजवादी नेता गजेंद्र पटेल और राज्य सभा न्यूनतम सुमेर सिंह के नेतृत्व में निरंतरता के बाद यह सपना साकार हुआ है। न्यूड पटेल ने कहा की उन्होंने 2021 में इस रेल प्रोजेक्ट के लिए मांग की थी। अब इसे हरी फार्मूलेशन मिलल है। वहीं, सुमेर सिंह ने कहा कि कई बार मोदी ने संसद में और व्यक्तिगत तौर पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र और रेल मंत्री से प्रोजेक्ट को मंजूरी देने की मांग की थी।
रेल पैकेज से लेकर कई सुविधाएं
इस नई रेल लाइन से ना सिर्फ इंदौर और मुंबई के बीच की दूरी कम होगी, बल्कि निमाड़ के किसानों को भी अपनी उपज से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तक की सुविधा का मौका मिलेगा। औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर से मालतीज्य में भी सुविधा होगी। जिससे औद्योगिक विकास को बल मिले। साथ ही, मांडू और महेश्वर जैसे पर्यटन स्थल अब रेल मानचित्र पर सस्ते हैं, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
परियोजना से औद्योगिक रोजगार और विकास
यह प्रोजेक्ट स्पीड मोशन शक्ति योजना का हिस्सा है, जो क्षेत्रीय विकास और मल्टी-मॉडल नामांकन को बढ़ावा देता है। परियोजना के दौरान 102 लाख मानव-दिवसों का रोजगार सृजन होगा। जिससे स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा। साथ ही, इस रेल लाइन के निर्माण से लेकर मज्जुन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और आस-पास के अन्य धार्मिक स्थलों सहित धार्मिक स्थलों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है।
2028 तक पूरा निर्माण होगा
यह महत्वपूर्ण कांक्षी परियोजना 2028-29 तक पूरी होने की उम्मीद है। परियोजना के तहत 30 नये स्टेशन बनाये जायेंगे, जो खरगोन, बड़वानी और आसपास के आकांक्षी ढांचे को बेहतर प्रदर्शन प्रदान करेंगे। इस नई रेल लाइन से लगभग 1,000 जिला और 30 लाख की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। यह परियोजना खरगोन के लोगों के लिए लंबे समय से प्रतीक्षारत है, जो अब जल्द ही स्थिर बनने जा रही है।
टैग: ताज़ा हिंदी खबरें, लोकल18, एमपी समाचार, रेलवे समाचार
पहले प्रकाशित : 2 सितंबर, 2024, 21:33 IST