एजुकेशन

अर्जुन बाबूटा भारतीय निशानेबाज पेरिस ओलंपिक सफलता की कहानी शिक्षा प्रारंभिक जीवन 10 मीटर एयर राइफल फाइनल

अरुजुन बाबुता पेरिस ओलंपिक 2024: पेरिस ओलंपिक में इंडिया के लिए आज खास दिन है. भारतीय निशानेबाज अर्जुन बबूता गोल्ड पर निशाना लगाएंगे. 10 मीटर एयर राइफल में आज दोपहर 3.30 बजे पुरुषों का फाइनल खेला जाएगा. इस खेल में अर्जुन के मेडल जीतने की उम्मीद सभी देशवासियों को है, जिससे इंडिया की पदक तालिका में एक और मेडल जुड़े. आज जानते हैं देश के इस ‘अर्जुन’ के बारे में, उनकी पढ़ाई-लिखाई और शुरुआती करियर के बारे में.

पंजाब के हैं अर्जुन

अर्जुन बबूता का जन्म 24 जनवरी 1999 को पंजाब में हुआ. वे जलालाबाद की एक मिडिल क्लास फैमिली में जन्मे. उनका गांव इंडिया-पाकिस्तान बॉर्डर पर है. उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा यहीं से पूरी की और बाद में परिवार के साथ चंडीगढ़ चले गए. अर्जुन के पिता इंडियन रेलवे में काम करते थे. यहीं से उन्होंने बीए ऑनर्स की डिग्री ली. जिस कॉलेज से अर्जुन ने पढ़ाई की, उसका नाम है डीएवी कॉलेज है.

परिवार में पहले

अर्जुन के परिवार में शूटिंग का कोई चलन नहीं था पर उन्हें कम उम्र से ही इस खेल में रुचि थी. अपने पिता के दिखाये मार्ग पर चलते हुए उन्होंने चंडीगढ़ में इंडियन ओलंपिक शूटर अभिनव बिंद्रा से संपर्क साधा. हालांकि उनकी शूटिंग की शुरुआत पंजाब यूनिवर्सिटी से ही हो गई थी.

साल 2013 में मिली पहली सफलता

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभिनव बिंद्रा के कोच कर्नल जे एस ढिल्लन के सजेशन पर उन्होंने दस मीटर एयर राइफल कैटेगरी के लिए तैयारी शुरू की. साल 2013 में चंडीगढ़ स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में उन्हें अपना पहला मेडल मिला.

नेशनल टीम का हिस्सा बने

इसके बाद अपने प्रदर्शन की बदौलत अर्जुन को कई मेडल मिले और साल 2015 में उन्होंने नेशनल शूटिंग टीम ज्वॉइन कर ली. वे दिन में दस-दस घंटा प्रैक्टिस करते थे. इनकी मेहनत का नतीजा यूं निकला कि साल 2016 में उनका चयन जूनियर नेशनल राइफल टीम के लिए हो गया और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना दम-खम दिखाने का मौका मिला.

जब दर्द ने रोके कदम

अर्जुन का करियर उड़ान पर था और उन्होंने साल 2016 में अपने करियर का बेस्ट स्कोर हासिल किया 632.4 प्वॉइंट. इसके बाद वे हर बार बढ़िया ही स्कोर करते रहे. हालांकि साल 2018 में कई स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें खेल से ब्रेक लेना पड़ा. वे डोमेस्टिक लेवल पर तब भी खेलते रहे.

सालों से हैं नेशनल टीम का हिस्सा

अर्जुन बबूता साल 2016 से नेशनल टीम में हैं. साल 2023 में अर्जुन ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर पेरिस ओलंपिक में जगह बनाई थी. अभी वे टीम इंडिया की कोच दीपाली देशपांडे के अंडर कोचिंग लेते हैं. पढ़ाई की बात करें तो अर्जुन बबूता ने लवली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई भी की है.

यह भी पढ़ें: पापा का सपना पूरा करने के लिए टेनिस प्लेयर बना था ये लड़का, इमोशनल कर देगी कहानी

शिक्षा ऋण जानकारी:
शिक्षा ऋण EMI की गणना करें

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *