कोलकाता कांड की जांच के बीच ऑडीओन क्लिप वायरल, घोष और ‘दीदी’ का ज़िक्र
कोलकाता के ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले की जांच के बीच एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें दावा किया गया है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के 2 जूनियर डॉक्टर बातचीत कर रहे हैं। इसमें मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष के प्रभाव और पश्चिम बंगाल के स्टाक स्टूडियो कांग्रेस के साथ उनके दस्तावेज़ का ज़िक्र होता है। हालाँकि, लाइव हिंदुस्तान इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। मीडिया रिपोर्ट में गोदाम के गोदाम से पूछा गया कि वायरल क्लिप में एक आवाज संदीप घोष के सहयोगी डॉ. सरीफ हसन की है, जिसने सबसे पहले तीन बार पूछताछ की थी।
दस्तावेज़ ने बताया कि ऑडियो क्लिप में दूसरी आवाज़ डॉ. अनुभव साहा की है, जो घोष की मंडली के खिलाफ़ आक्रोश है। न्यूज-18 की रिपोर्ट के मुताबिक, साहा ने कहा कि महीनों पहले हसन के साथ आरजी हॉस्पिटल की घटना में उनकी बातचीत की यह कॉल रिकॉर्डिंग है। उन्होंने कहा, ‘यह बातचीत तब हुई जब हसन ने सरकारी अस्पताल की रैगिंग विरोधी समिति और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से अपनी शिकायत दर्ज कराई। वह काफी शक्तिशाली लोगों का नाम लेकर मुझे खतरनाक दी। साथ ही, उसकी लॉबी में शामिल होना या फिर निलंबन जैसे नतीजे के लिए कहा गया था।’
‘मुझे संक्षेप में सब कुछ बताओ’
हालाँकि, सारिफ़ हसन ने इन आरोपों को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह ऑडॉड क्लिप AI से बनाई गई है।’ मैंने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है। पूरे मामले की ओर से जांच जारी है। मुझे भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इस मामले को लेकर मैं जो कुछ भी कहना चाहता था, वो सभी जांच एजेंसी को बता दिया गया है।’ वायरल क्लिप में यह सुना जा सकता है कि घोष को ‘दीदी’ का संरक्षण मिला है, जिसने उन्हें बाजार से नहीं छोड़ा। असल में हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैन उन्हें गर्ल फ्रेंड बुलाते हैं। राजनीतिक गलियारों में भी सीएम बनर्जी के लिए बहन के नाम का इस्तेमाल हो रहा है।
न्याय की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन जारी
बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के दीक्षा हॉल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। उसकी हत्या के बाद खतरे की भरपाई हो गई। इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के विभिन्न मेडिकल आर्टिस्टों के जूनियर वकीलों ने पुलिस कमिश्नर की रिहाई की मांग करते हुए सोमवार को कोलकाता पुलिस मुख्यालय लाल बाजार तक रैली निकाली। जूनियर वकीलों ने 14 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई दोस्ती पर पुलिस पर रोक लगाने के आरोप लगाए हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर इस मामले की जांच 13 अगस्त को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की गई थी।