दिल्ली

जेलों में कैदियों की मौत पर दिल्ली सरकार को मिलेगा 7.5 लाख रुपये का मुआवजा, एलजी को भेजा गया प्रस्ताव – अमर उजाला हिंदी न्यूज लाइव

जेलों में कैदियों की मौत पर दिल्ली सरकार को मिलेगा 7.5 लाख रुपये का मुआवजा, एलजी को भेजा गया प्रस्ताव

अरविंद केजरीवाल
-फोटो: एनी

: …


सरकार ने दिल्ली में जेल में अस्वाभाविक संपत्ति की मौत वाले जेल में 7.5 लाख रुपये के समझौते का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस पहले का उद्देश्य जेलों में न्याय और स्थिरता को सुनिश्चित करना है। और यह मानवाधिकारों की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

ट्रेंडिंग वीडियो

दिल्ली सरकार ने इस फैसले के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक प्रस्ताव भेजा है।…निर्णय बैठक के बाद इसे लागू किया जाएगा। इस नीति के तहत जेल में बंद कैदियों के बीच स्टाफ, जेल कर्मचारियों द्वारा सहायक, या चिकित्सा और पैरा मेडिकल अधिकारियों के बीच अशांति का कारण बनने वाली अस्वाभाविक जेल पर यह स्टॉक प्रदान किया जाएगा। हालाँकि आत्महत्या, जेल से लूट का प्रयास, जेल से बाहर का न्याय, या प्राकृतिक वस्तुओं से होने वाली डकैती, आपदाओं या आतंकवादियों के मामलों में यह आतंकवादी लागू नहीं होगा।

दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश यूके ने जेल प्रणाली में सुधार और मानवाधिकारों की सुरक्षा के प्रति सरकार की ओर से इस फैसले का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “अस्वाभाविक राज्य में मृतकों की संख्या को नियंत्रित करना, मानवाधिकारों की सुरक्षा को मजबूत करना एक महत्वपूर्ण कदम है।”

इस नीति के तहत संबंधित जेल कैप्टन को एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, मृत्यु का अंतिम, जेल में प्रवेश के समय चिकित्सा इतिहास, और मृत्यु से पहले किसी भी चिकित्सा उपचार का विवरण शामिल होगा। होगा। इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के पास सूचना के लिए भेजा गया है।

इसके बाद जेल के महानिदेशक की नियुक्ति समिति में एक समिति शामिल होगी जिसमें दिल्ली जेल के अतिरिक्त महानिरीक्षक रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर, डीसी और लॉ अधिकारी शामिल होंगे, रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी और रोगियों के व्यवसायों की राशि जारी करने पर निर्णय लिया जाएगा।

इस नीति में यह भी प्रावधान है कि जेल अधिकारियों के वेतन से वेतन की कमी की जाएगी, जिससे जिम्मेदारी और वेतनमान सुनिश्चित किया जा सके। इस कदम से दिल्ली सरकार की जेल प्रणाली में सुधार और मानवाधिकारों की सुरक्षा की दिशा में एक नई उम्मीद जगी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *